झेंप मिटाने के लिए दुबारा मतगणना का राग अलाप रहा पराजित हुआ प्रतिद्वंदी

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ससुर-पुत्रवधु के एकसाथ चुनाव हारने के बाद कर रहे दबाव बनाने की राजनीति
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के 60 साल के राजनीतिक जीवन में नहीं लगा कोई दाग

City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | जो लोग मतगणना या चुनाव दुबारा करवाने की दुहाई दे रहे हैं असल में वे अपनी झेंप मिटा रहे हैं। अटेली हलके की नवनिर्वाचित विधायक आरती सिंह राव ने अपने प्रतिद्वंदी द्वारा चुनाव मतगणना में धांधली व गडबडी करने के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि अधिकारियों द्वारा मतणना पूरे इत्मीनान के साथ पूरी की गई। विधानसभा चुनाव में ससुर व पुत्रवधु एकसाथ चुनाव हार गए तो हार का ठीकरा दूसरे के सिर फोडने की साजिस रची जा रही है। जबकि मतगणना को लेकर सवाल खडे करने की आवश्यकता ही नहीं है। उन्होंने अटेली हलके के बसपा व इनेलो के संयुक्त प्रत्याशी को आडे हाथों लेते हुए कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान बसपा व इनेलो सुप्रिमो की ओर से उनके पक्ष में जनसभा तक नहीं की गई। ससुर-बहु के चुनाव हारने के बाद दबाव बनाकर देख रहे हैं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह पर मतगणना के दौरान गडबडी करवाने के जो आरोप लगाए हैं जोपूर्णतया तथ्यविहीन तथा मनघंडत हैं। उनमें कोई सच्चाई नहीं है। राव इंद्रजीत सिंह के 60 साल के राजनीतिक जीवन में कोई दाग नहीं है। अटेली हलके की जनता का आशीर्वाद उन्हें मिला है। जनता-जनार्दन द्वारा दिए गए मतों से उनकी विजय हुई है।
चुनाव में पराजित होने के बाद राजनीतिक प्रतिद्वंदी दुबारा से चुनाव करवाने के राग अलापने लगे हैं, जबकि येजनता का फैसला था। जिसे सिरमाथे रखना चाहिए। चुनाव जीतने पर जो प्रमाण पत्र आरओ द्वारा दिया जाता है वह सभी राउंड की गिनीती होने तथा प्रत्याशी एवं मतगणना एजेंट द्वारा हस्ताक्षर करने के बाद सभी डाटा आनलाईन अपलोड करने तथा जीत होेने के बाद ही जारी किया जाता है। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह व आरती राव ने दिनरात एक कर जिस तरीके से चुनाव की कंपेनिंग की वह वास्तव में काबिले तारीफ थी। कार्यकर्ताओें व मतदाताओं ने भाजपा प्रत्याशी आरती सिंह राव के पक्ष में भारी मतदान किया। जिसके बल पर उन्होंने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदी को 2500 मतों से पराजित किया। उन्होंने कहा कि अखाडे में जब पहलवान पराजित होता है तो वह भी अपने प्रतिद्वंदी को दुबारा देख लेने की बात दोहराता है। चुनाव में हारा हुआ प्रत्याशी भी आमजन को बरगलाने के लिए दुबारा से मतगणना या चुनाव करवाने की बातें कहने लगा।  उन्होंने कहा कि राव इंद्रजीत सिंह की बदौलत अकेले अटेली नहीं बल्कि कोसली से अनिल डहिना, रेवाडी से लक्ष्मण सिंह यादव, बावल से डाॅ कृष्ण कुमार, नारनौल से औमप्रकाश यादव, दादरी से सुनील सांगवान, बाढडा से उमेद पातुवास, गुरूग्राम से मुकेश शर्मा, पटौदी से बिमला चैधरी सहित अन्य पार्टी नेताओं भी विजय मिली है।

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