हरियाणा चुनाव नतीजों ने बदल दी महाराष्ट्र की रणनीति
City24news/संजय शर्मा
नई दिल्ली। महाराष्ट्र व झारखंड को लेकर चुनाव आयोग आज चुनावों को ऐलान कर सकता है। हरियाणा व जम्मू कश्मीर चुनाव से निपटने के बाद सोमवार को दिल्ली में महाराष्ट्र चुनाव को लेकर अहम बैठकें हुईं, जिसमें कांग्रेस व बीजेपी ने अपने अपने नेताओं के साथ बैठकर आगामी चुनाव को लेकर रणनीति तय की। कल ही महाराष्ट्र के साथ झारखंड व देश के अलग-अलग राज्यों में होने वाले लोकसभा व विधानसभा उपचुनावों की तारीखों का ऐलान भी हो सकता है। इससे पूर्व महाराष्ट्र व झारखंड दोनों ही जगह कैबिनेट की अहम बैठकें हुईं, जिसमें सत्तासीन दलों ने जनहित से जुड़े अहम फैसले लिए। महाराष्ट्र में जहां सोमवार को शिंदे सरकार ने कैबिनेट में मुंबई में टोल टैक्स को लेकर तय किया कि अब सोमवार की आधी रात के बाद से मुंबई आने वाले सभी पांच टोलों पर हल्के वाहनों को टोल फ्री कर दिया जाएगा। वहीं दूसरी ओर झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार ने फैसला किया है कि मइया सम्मान योजना के तहत महिलाओं को 2500 रुपये महीने दिया जाएगा।
महाराष्ट्र को लेकर सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के सरकारी आवास पर बैठक हुई, जिसमें महाराष्ट्र के तमाम बड़े नेताओं ने भाग लिया। बैठक में खरगे के अलावा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राज्य के प्रभारी रमेश चेनिथल्ला, प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष बालासाहब थोराट, पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण, विजय वडेट्टीवार, सांसद वर्षा गायकवाड़ व प्रदेश के चार सह प्रभारी सहित दूसरे सीनियर नेताओं ने भाग लिया।
इसमें रणनीतिकार सुनील कानूगोलू भी मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने हरियाणा के नतीजों से सबक लेते प्रदेश के नेताओं को अति आत्मविश्वास व गैर जरूरी बयानबाजी से बचने की नसीहत दी। कहा जाता है कि नेताओं से कहा गया कि चुनावों के मद्देनजर सोच समझकर, संभल कर बयान दें और अतिरिक्त बयानबाजी से बचें।
दरअसल, माना जा रहा है कि हरियाणा में पार्टी नेताओं का अति आत्मविश्वास व नेताओं की गैर जरूरी बयानबाजी ही पार्टी पर भारी पड़ी। वहीं इसमें सबको साथ लेकर चलने और कड़ी मेहनत करने की सलाह भी दी गई। बैठक में कहा गया कि किस तरह से आपसी गुटबाजी और बयानों के चलते लोगों के बीच बंटी हुई पार्टी का संदेश गया। जिसका खामियाजा उठाना पड़ा। वहीं कांग्रेस लीडरशिप ने आपसी एकजुटता को लेकर यहां तक कहा कि यह एकजुटता सिर्फ पार्टी स्तर पर ही नहीं, बल्कि गठबंधन के स्तर पर दिखानी होगी।
गठबंधन की एकजुटता को का ख्याल हर नेता को रखना होगा। बैठक में इंडिया गठबंधन के चेहरे को लेकर कहा गया कि विपक्षी गठबंधन की ओर से कोई चेहरा नहीं होगा। महाविकास के चेहरे व बैनर के तले ही चुनाव लड़ा जाएगा और चुनाव के बाद सीएम चेहरा तय किया जाएगा। वहीं खरगे व राहुल ने अपने नेताओं से जमीनी हकीकत को सामने रखते हुए चुनाव लड़ने का संकेत दिया गया।