56 वा एन.एस.एस.स्थापना दिवस बड़ी धुमधाम से ग्या मनाया

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City24news/सोनिका सूरा
सिवानी | बी आर सी एम ज्ञानकुंज स्कूल, बहल की एन एस एस इकाई की ओर से 56 वां एन एस एस स्थापना दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया।

 इस अवसर पर जल संरक्षण पर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एक विशेष संगोष्ठी और जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों का प्रदर्शन किया जिनमें पोस्टर मेकिंग,लघु नाटिका, गायन और कविता पाठ प्रमुख रहे।सर्वप्रथम ज्ञानकुंज प्रधानाचार्य श्री राजेश कुमार झाझरिया ने मुख्यातिथि श्री हिमांशु ग्रोवर भूगोल विभागाध्यक्ष जीडीसी महाविद्यालय बहल को पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया। एन एस एस स्वयंसेविका नीतू बांगड़वा द्वारा अपनी स्वरचित कविता के माध्यम से जल संरक्षण के महत्व पर जोर देते हुए कहा गया कि पानी जीवन का मूल आधार है और इसे बचाने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।

 हिमांशु सांगवान और रिया ने लघु नाटिका के माध्यम से जल की बर्बादी और उसके दुष्परिणामों को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को सजग किया। एन एस एस स्वयंसेविका कुसुम शर्मा ने अपने गायन के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।इसअवसर पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया।जिसमें एन एस एस वॉलिंटियर्स ने  ने जल संरक्षण के विभिन्न पहलुओं पर अपने रचनात्मक विचारों को चित्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया ज्ञानकुंज उपप्राचार्या श्रीमती सरस्वती दीक्षित ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि हम पानी के बिना जीवन की कल्पना नहीं कर सकते हैं। घरेलू उद्देश्यों के अलावा पानी दुनिया के अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है। ज्ञान कुंज प्राचार्य श्री राजेश कुमार झाझरिया ने अपने संबोधन में  एन एस एस के महत्व व उद्देश्यों पर चर्चा की और कहा कि समाज सेवा से जुड़ी गतिविधियां छात्रों के सर्वांगीण विकास में सहायक होती हैं। मुख्य अतिथि असिस्टेंट प्रोफेसर श्री हिमांशु ग्रोवर ने अपनी पी पी टी के माध्यम से जल संरक्षण का महत्व समझाते हुए सभी को जल की उपयोगिता व संरक्षण के बारे में जानकारी दी। प्रकृति के द्वारा मानवता के लिए जल एक अनमोल उपहार हैऔर इस अनमोल उपहार को बचाकर रखना हमारा पहला कर्तव्य बनता है। हमारे आने वाली पीढ़ी और आने वाले भविष्य के लिए हम लोगों के मध्य पानी की महत्ता एवं संरक्षण को लेकर जागरूकता फैलाना अति आवश्यक है। उन्होंने विद्यार्थियों को तीन आर फार्मूला देते हुए कहा कि हमें प्राकृतिक संसाधनों को रिड्यूस, रीयूज और रीसायकल के माध्यम से  बचाना है। उन्होंने एन एस एस वॉलिंटियर्स की सराहना की और कहा कि समाज के प्रति इनकी सेवा और जागरूकता अभियान अत्यंत सराहनीय है। जल संरक्षण के लिए छोटे-छोटे कदम जैसे पानी की बर्बादी को रोकना, वर्षा जल संचयन करना और पानी की पुनर्चक्रण को बढ़ावा देना अत्यधिक प्रभावित हो सकते हैं। इस अवसर पर सभी एन एस एस वॉलिंटियर्स उपस्थित रहे। बी आर सी एम शिक्षण समिति निदेशक डॉक्टर एस के सिन्हा  ने अपने प्रेषित संदेश में कहा कि जल संरक्षण को अपने दैनिक जीवन में अपनाने और समाज को जागरूक करने के लिए एन एस एस वॉलिंटियर्स को हमेशा तत्पर रहना चाहिए ।एन एस एस प्रभारी जोगेंद्र सिंह द्वारा विद्यार्थियों को ‘ पानी की एक-एक बूंद को बचाने के संकल्प की शपथ के साथ ही कार्यक्रम का समापन हुआ।

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