विधानसभा चुनाव में प्रत्येक मतदाता बने भागीदार- उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा
चुनाव के मद्देनजर नूंह में स्वीप गतिविधियां प्रभावी रूप से चलाएं संंबंधित विभाग
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी धीरेंद्र खडग़टा ने आगामी 5 अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा आम चुनाव के लिए विधानसभा क्षेत्र पुन्हाना, फिरोजपुर झिरका व नूंह में स्वीप (व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी) गतिविधियां प्रभावी रूप से चलाई जाएं तथा जिला के सभी मतदाताओं से चुनाव के इस महापर्व में अधिक से अधिक भागीदार सुनिश्चित करने का आह्वïान किया है।
उन्होंने बताया कि जिला में स्वीप गतिविधियां आयोजित करने के लिए अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप सिंह मलिक को नोडल अधिकारी बनाया गया है। विभिन्न विभागों के माध्यम से भी गतिविधियां आयोजित कर आगामी 5 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में अधिक से अधिक भागीदारी करें तथा सभी मतदाता वोट जरूर डालें। अगर यहां के मतदाता कहीं नौकरी कर रहे हैं तो उस दिन पैड हॉली-डे होगा, इसलिए मतदान करने अपने बूथ पर अवश्य पहुंचे।
उन्होंने बताया कि स्वीप अभियान के अंतर्गत स्वीप कार्यक्रम से जुड़े अधिकारी, कर्मचारी मतदाताओं को मतदान और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक व प्रेरित करें तथा स्वीप गतिविधियों के तहत मतदाताओं को डोर-टू-डोर संपर्क करते हुए, मुनादी करवाकर, मतदाता जागरुकता शपथ दिलाकर, व्याख्यान, हस्ताक्षर अभियान चलाकर, मानव शृंखला बनाकर, रंगोली, नुक्कड़ नाटक व लोकगीतों के माध्यम से शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाताओं को जागरूक किया जाए। मतदाता जागरुकता के तहत मतदाताओं को संकल्प दिलाया जाए कि वे स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए निर्भीक होकर धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना आगामी विधानसभा आम चुनाव में 5 अक्टूबर को मतदान के दिन अपने मताधिकार का उपयोग जरूर करें। वीरवार को स्वीप अभियान के तहत मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजन कर छात्रों सहित मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने बढ़चढकऱ मतदान करने का संकल्प भी लिया। उन्होंने कहा कि मतदान करने के प्रति मतदाताओं को, खासकर युवा मतदाता व जो वोटर पहली बार मतदान करेंगे, उन्हें विभिन्न स्वीप गतिविधियों के माध्यम से अधिक से अधिक जागरूक किया जा रहा है, ताकि उनको अपने वोट के महत्व का पता चले और वे स्वयं ही मतदान करने के लिए आगे आएं।