कई गांवों के लोगों ने पंचायत कर दया भड़ाना को दिया समर्थन
मैं मेवाती की गरीबी, बेरोजगारी और विकास की लड़ाई लड़ रही हूं: दया
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | पुन्हाना विधानसभा से एक बार फिर चुनावी मैदान में उतरी बहन दया भड़ाना के समर्थन में गुरुवार को सिंगार, नई,बिछौर, गुलालता, सिहिरी, डूडोली के लोगों ने एक पंचायत की। पंचायत में सर्व समिति से यह फैसला लिया गया कि इस बार पुरानी गलती नही होने दी जाएगी,पूर्ण बहुमत के साथ एकजुट होकर चुनाव में मेहनत करेंगे। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में विकास की दरकार है। जिसे बहन दया भड़ाना ही पूरा कर सकती है। पहले रहीसा और मोहम्मद इलियास को भी जनता ने देख लिया है। इन नेताओं ने क्षेत्र का विकास करने के बदले विनाश किया है। विधायक रहते हुए रहीसा ने लोगों पर झूठे मुकदमे, बेवजह लोगों को परेशान करना, क्षेत्र में नशे के कारोबार को बढ़ावा देना सहित बिजली,पानी,सड़के जैसी मूलभूत सुविधाओं से जनता को वांछित रखा। लोगों ने मौजूदा विधायक इलियास मोहम्मद के बारे में कहा की पिछले 5 वर्ष का कार्यकाल उन्होंने हुक्का पीने में गुजारा है। क्षेत्र के विकास की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया और न ही क्षेत्र की आवाज उठाई गई। आज सड़कों का बुरा हाल है, स्वास्थ्य सेवाएं ठप है ,शिक्षा के क्षेत्र में लगातार हमारा जिला पिछड़ रहा है। दया भड़ाना के अलावा जनता के पास कोई विकल्प नहीं है। दया भड़ाना लोगों के सुख-दुख में तो शामिल होती ही हैं,बल्कि लोगों की मदद करने में भी सबसे आगे हैं। इस बार क्षेत्र बदलाव चाहता है और बदलाव होकर भी रहेगा। दया भड़ाना ने कहा कि जो लोग उनसे रूठ रहे है। उनको मानने का काम करें। जहां मेरी जरूरत पड़े वहां मुझे बुलाए। इस बार मेवात को आजाद करने का वक्त है। यहां के नेताओं की बदौलत मेवात आज तक आजाद नहीं हुआ। नेताओं ने कभी नहीं चाहा कि क्षेत्र का विकास हो और क्षेत्र आगे बढ़े। दया भड़ाना ने कहा की यह लड़ाई मेरी नहीं बल्कि मेवात की लड़ाई है, यहां के नौजवानों की लड़ाई है, मेवात के विकास की लड़ाई है, मेवात की गरीबी की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि सभी दया भड़ाना बनकर आज से ही अपना काम शुरू कर दें,मालिक ने चाहा तो इस बार मेवात जीत रही है। सबको मिलकर इस लड़ाई को लड़ना है।