महिला सरपंच की उपायुक्त ने की बहाली, शिकायकर्ता पहुंचा उच्च न्यायलय
खोड़ महिला सरपंच की बहाली पर शिकायतकर्ता ने उपायुक्त की जांच पर उठाए सवाल
महिला सरपंच के बर्खास्त मामले में शिकायतकर्मा ने उपायुक्त से की कार्रवाई की मांग
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | नूंह जिला के इंडरी खंड के गांव खोड़ की महिला सरपंच सहनाज को बीते दिनों उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर चुना लडऩे पर बर्खास्त कर दिया था। इस मामले में उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने एक बार फिर से महिला सरपंच सहनाज को बहाल कर दिया है। जबकि अभी उपायुक्त ने सरपंच पर चल रही जांच को पेंडिग बताया है। जिस पर गांव खोड़ निवासी शिकायतकर्ता अंजुम हुसैन एक बार फिर से इस मामले में उपायुक्त से उचित कार्रवाई की मांग की है। इसके अलावा शिकायतकर्ता ने इस मामले में महिला सरंपच के खिलाफ उच्च न्यायलय का दरवाजा भी खटखटाया है। मंगलवार को शिकायतकर्ता अंजुम हुसैन ने बताया कि नवंबर 2022 में गांव में पंचायत चुनाव के दौरान बनी सरपंच सहनाज ने फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल किया था। जिसकी जांच के लिए उन्होंने नूंह उपायुक्त को एक शिकायत दी थी। इस मामले में उपायुक्त ने एक जांच कमेटी का गठन किया। जिसमें नूंह जिला शिक्षा अधिकारी, नूंह एसडीएम के अलावा तहसीलदार को शामिल किया गया था। इस मामले की जांच उक्त तीनों अधिकारियों ने निष्पक्ष कर सरंपच के फर्जी दस्तावेज की रिपोर्ट उपायुक्त को सौंपी। जिसके आधार पर उपायुक्त ने महिला सरपंच को दोषी पाए जाने पर सरपंच पद से बर्खास्त कर दिया। जिस पर महिला सरपंच ने फरीदाबाद मंडलायुक्त का दरवाजा खटखटाया। लेकिन वहां पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई। जिसके बाद सरपंच सहनाज ने उच्च न्यायलय का दरवाजे पर पहुंची। जहां पर उन्होंने अदालत में कहा कि उनके पक्ष को सुना नहीं गया था अब उनकी सुनवाई की जाए। इसके बाद अदालत ने इस मामले में उपायुक्त नूंह को दोबारा जांच के आदेश दिए। जिसके बाद अब उपायुक्त नूंह ने जांच को पेंडिंग रखते हुए महिला सरपंच को बहाल किया है। जबकि शिकायकर्ता अंजुम हुसैन ने कहना है कि इस मामले में तीन बार जांच हो चुकी है। तीनों बार की जांच में महिला सरपंच के दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं। ऐसे में अब ऐसी क्या बात है कि उपायुक्त ने जांच को पेंडिंग रखते हुए महिला सरपंच को बहाल किया है। इस मामले में सरपंच की फिर से बहाली के खिलाफ शिकायतकर्ता अंजुम हुसैन ने भी उच्च न्यायलय का दरवाजा खटखटाया है ताकि उनको न्याय मिल सके। इसके अलावा उन्होंने नूंह उपायुक्त से भी अपील की है कि इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए निष्पक्ष जांच के बाद फिर से फर्जी दस्तावेज के आधार पर सरपंच बनी सहनाज को बर्खास्त कर मुकदमा दर्ज किया जाए। ताकि भविष्य में कोई भी सरकार के कानून का गलत इस्तेमाल ना करें।
क्या कहते है उपायुक्त :
इस बारे में उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने कहा कि अदालत के आदेश पर महिला सरपंच को बहाल किया गया है। अभी इस मामले में नूंह एसडीएम की जांच पूरी नहीं हो पाई है। जांच के बाद ही मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।