चुनाव की पारदर्शिता एवं निष्पक्षता बनाए रखने के लिए रेंडमाइजेशन महत्वपूर्ण प्रक्रिया – उपायुक्त
विधानसभा आम चुनाव के तहत राजनीतिक दलों की मौजूदगी में 2 सितंबर को होगा ईवीएम व वीवीपैट का प्रथम रेंडमाइजेशन
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | जिला नूंह में विधानसभा आम चुनाव को पूर्ण पारदर्शिता व निष्पक्षता के साथ संपन्न कराने के लिए ईवीएम व वीवीपैट का रेंडमाइजेशन किया जाना है।
उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी धीरेंद्र खड़गटा ने बताया कि विधानसभा आम चुनाव के लिए प्रथम रेंडमाइजेशन सोमवार, 2 सितंबर को लघु सचिवालय सभागार में ईवीएम मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) व वीवीपैट की प्रथम रेंडमाइजेशन प्रक्रिया पूरी की जाएगी। है। रेंडमाइजेशन प्रक्रिया के लिए सभी राजनीतिक दलों से आग्रह किया गया है कि वे आगामी 2 सितंबर को लघु सचिवालय के कांफ्रेस रूम में प्रात: 11 बजे स्वयं या अपने किसी प्रतिनिधि को भेजना सुनिश्चित करें ताकि सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में प्रथम रेंडमाइजेशन की जा सके। इसमें जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों नामत: 79- नूंह, 80-फिरोजपुर-झिरका व 81-पुन्हाना में चुनाव में उपयोग होने वाली ईवीएम एवं वीवीपैट मशीनों का रेंडमाइजेशन का कार्य सुचारू रूप से किया जा सके।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि जिला में होने वाले विधानसभा आम चुनाव की पारदर्शिता एवं निष्पक्षता बनाए रखने के लिए रेंडमाइजेशन अति महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो चुनाव लड़ने वाले राजनीतिक दलों की मौजूदगी में करवाई जाती है। यह प्रक्रिया पूरी तरह से कम्प्यूटरीकृत होती है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से अपील की कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी की गई हिदायतों की सख्ती से पालना करें। जिला में आदर्श आचार संहिता की पालना सुनिश्चित करते हुए आपसी भाईचारा बनाए रखें और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव पूर्ण करने में जिला प्रशासन का सहयोग करें।
*यह होता है रेंडमाइजेशन*
रेंडमाइजेशन प्रक्रिया के तहत ईवीएम आवंटन की प्रक्रिया पर उठने वाले सवालों और आपत्तियों की आशंका को खत्म किया जाता है। कंप्यूटर पर ईवीएम मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से जिला में उपलब्ध सभी ईवीएम के नंबरों की सूची को दर्ज किया जाता है। कंप्यूटर अपने आप इन मशीनों को विधानसभाओं के बीच वितरित कर देता है, जिसके बाद कोई भी राजनीतिक दल यह नहीं कह सकता कि जानबूझकर कोई मशीन किसी विशेष विधानसभा अथवा बूथ में भेजी गई है। दूसरे चरण की रेंडमाइजेशन प्रक्रिया के तहत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र अनुसार विधानसभा के लिए आवंटित ईवीएम के नंबरों की सूची और विधानसभा के बूथों की सूची को दर्ज करके कंप्यूटर की मदद से मशीनों के लिए बूथ और बूथों के लिए मशीनों का आवंटन किया जाएगा।