बावल के झाबुआ में मिले टाइगर के पगमार्ग

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रेस्क्यू टीम ने जंगल मे लगाए 15 सीसीटीवी कैमरे, 748 एकड़ में फैला हुआ है जंगल

City24news/निकिता माधौगढ़िया
रेवाड़ी। बावल के झाबुआ जंगल में  एक बार फिर से टाइगर आने की सूचना मिली है। जिसको लेकर जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर है। वाइल्ड लाइफ अधिकारी से पता चला कि यह वही टाइगर है जो गत वर्ष राजस्थान के सरिस्का अभ्यारण से हरियाणा के रेवाड़ी जिले में आया था। राजस्थान व हरियाणा की वाइल्ड लाइफ टीम ने साहबी क्षेत्र की खूब नाका बंदी की मगर उसके पैरों के निशान के अलावा कुछ नहीं मिला। इस टाइगर का नंम्बर एसटी 2303 है जो अब लगभग साढ़े तीन साल का हो गया है। रेवाड़ी जिले से सटे राजस्थान के दरबारी पुर गांव में 2 लोगों के घायल करने का भी वीडियो वायरल हो रहा है।  राजस्थान से इस रेस्क्यू टीम में शामिल अलवर रेंज अधिकारी शंकर ने बताया कि यह सत्य यह वही टाइगर है जो पहले भी हरियाणा में आया था। टाइगर बावल के झाबुआ के जंगल मे छिपा हुआ है। उसको वहां खाना व पानी की कोई कमी नहीं है। अधिकारी के अनुसार राजस्थान के सरिस्का की वाइल्डलाइफ टीम ने झाबुआ में डेरा डाल दिया है। इस टीम में जयपुर रेंज से डॉक्टर अरविंद माथुर, सरिस्का अलवर से डॉक्टर दीन दयाल, प्रेम कुमार वन मंडल अधिकारी बावल, वाइल्डलाइफ ऑफिसर बावल चरण सिंह, गार्ड दीपक, फारेस्ट विभाग राजस्थान से लगभग 15 लोगों की टीम के साथ साथ रेवाड़ी वन मंडल की टीम भी मौके पर मौजूद है। उन्होंने बताया कि टाइगर की दिन में कोई मूवमेंट नहीं है, वह रात में ही निकलता है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि वे अकेले जंगल मे न जाएं। टाइगर की मूवमेंट दिखने पर वन विभाग को सूचित करें।

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