रक्षासूत्र बांधकर मंगल तिलक कर की भाईयों के मंगल भविष्य की कामना

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हल्दी रोली चंदन का मंगल तिलककर की मंगल भविष्य की कामना
बहनों ने भाईयों के मंगल कामना के लिए की मंगल आरती
भाईयों की सुख शांति समृद्धि खुशहाली उन्नति दीर्घायु के लिए बहनों ने की ईश्वर से विशेष विनती 
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | मातृशक्ति ने उठाया मुफ्त बस सेवा योजना का लाभ घरों में बनाए गए विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन व पकवान मनभावन उपहार  पाकर खुश नजर आई बहने भाई बहन के प्रेम विश्वास आपसी सौहार्द का पर्व पूरी निष्ठा, आस्था ,उमंग, हर्षोल्लास के साथ पारंपरिक व आधुनिक ढंग से मनाया गया । बहनों व बुआओं ने भाई भतीजो की कलाइयों पर प्रेम का प्रतीक  रक्षासूत्र व मौली बांधकर,माथे पर हल्दी, रोली,चंदन, का मंगल तिलककर मंगल भविष्य की कामनाकर मुंह मीठा कराया। महक जैन व ऋषिका जैन ने बताया की भाईयों को किसी की बुरी नजर ना लगे। इसलिए ईश्वर से भाईयो के अच्छा स्वास्थ्य व दीर्घायु के लिए प्रार्थना की व मंगल के लिए मंगल आरती की । अंजली जैन ने बताया की भाईयों की सुख, शांति, समृद्धि, खुशीहाली, उन्नति, दीर्घायु ,व मंगलमय जीवसं के लिए ईश्वर से विशेष विनती की। भाई भी बहनों के प्रेम के आगे नतमस्तक नजर आए,भाईयों ने भी बहनों को मुंह मांगे उपहार भेंट किए , उपहार पाकर बहने खुश व संतुष्ट नजर आई।भाइयों ने छोटी बहनों को आशीर्वाद दिया व बड़ी बहनों व बुआजी के चरण स्पर्श कर मंगल आशीर्वाद भी प्राप्त किया। बड़ी बहनों व बुआ ने भी उनके मंगलमय जीवसं की कामना करते हुए । उन्हें सहर्ष अपना आशीर्वाद प्रदान किया।

जैन धर्म में है रक्षाबंधन का विशेष  महत्त्व:- पूर्व अध्यक्ष रजत जैन ने बताया की जैन धर्म में भी रक्षाबंधन का अपना विशेष महत्त्व है।जैन मुनि विष्णु कुमार ने अपने तपोबल के द्वारा 700 मुनियों पर आए उपसर्ग को दूर किया था तभी से जैन धर्म में भी रक्षाबंधन का पर्व जीवमात्र के कल्याण व रक्षा के निमित्त पूरे उत्साह ,निष्ठा ,आस्था ,हर्षोल्लासके साथ मनाया जाता है।

जमकर की पतंगबाजी:- हर आयुवर्ग के व्यक्ति ने अपने-अपने  अनुभव, कौशल,व अंदाज में रंग बिरंगी पतंगो से पतंगबाजी के करतब दिखाकर वातावरण को रोमांचित व आनंदित कर दिया। आसमां  को रंग बिरंगी पतंगो के द्वारा सतरंगी कर दिया। मातृशक्ति ने भी अपने परिजनों के साथ जमकर पतंगबाजी कर आनंद उठाया।

मुफ्त बस सेवा का उठाया लाभ:- प्रदेश सरकार के द्वारा रक्षाबंधन पर मातृशक्ति के लिए मुफ्त बस सेवा योजना का मातृशक्ति ने पूर्ण लाभ उठाया।अपने भाई भतीजों को रक्षासूत्र व मौली बांधने में उनके घर आनेजाने में लाभ  हुआ।

घरों में बने विभिन्न स्वादिष्ट व्यंजन :- गृहणी राधिका जैन ने बताया की रक्षाबंधन पर्व पर घरों में पारंपरिक व आधुनिक प्रकार के विभिन्न स्वादिष्ट व्यंजन व पकवान बनाए गए। जिनमें मुख्य रूप  पारंपरिक भोजन व व्यंजन मे दाल बाटी चूरमा ,गट्टे की सब्जी,दही भल्ला,हलवा,खीर पूरी,पुआ पकौडी,दाल रोटी,आदि पकवान के अतिरिक्त आधुनिक  भोजन व व्यंजन में चाऊमीन बर्गर डोसा इडली सांभर छोला भटूरा, विभिन्न प्रकार की कचोरियां इत्यादि स्वादिष्ट व मनभावन,व्यंजन व पकवान बनाए गए। आपसी प्रेम व सौहार्द की वजह से व्यंजन ,मिठाई, पकवान,एक दूसरे के घर भी आदान-प्रदान किए ।

हलवाइयों ने जमकर कुटी चांदी:- रक्षाबंधन हलवाइयों की जमकर मिठाइयों की बिक्री हुई जिसकी वजह से व चांदी कुटते नजर आये। अत्यधिक बिक्री की वजह से  उनके चेहरों पर खुशी झलक रही थी। जिसकी वजह से उनकी पौ बारह हो गई।

चिट्ठी पत्री का है अपना विशेष महत्त्व:- समाज के पुरोधा वयोवृद्ध समाजसेवी महावीर नम्बरदार ने बताया की बेशक आज का समय अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाओं से युक्त (हाईटेक) हो गया है, संदेश भेजने के अधिकांश कार्य कंप्यूटर व मोबाइल के माध्यम से किये जाने लगे है। रक्षाबंधन के पर्व पर बहन व बुआ जी के द्वारा भाई भतीजो को लिखी जाने वाली चिट्ठी पत्री का अपना विशेष महत्त्व है। जो बहन व बु अपने भाई भतीजो को राखी बांधने नहीं आ पाती है व रक्षा सूत्र व मौली के साथ अपनी भावनाओं का प्रेम से भरा संदेश चिट्ठी के माध्यम भेजती है।

पतंग विक्रेता आये खुश नजर:- खुशनुमा मौसम की वजह से जमकर पतंगबाजी की गई। जिसकी वजह से पतंग विक्रेताओं की डोर व पतंगो की बिक्री भी जमकर हुई।जिसकी वजह से व भी काफी खुश नजर आए।

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