भारतीय संस्कृति का आदर्श ग्रंथ है तुलसी रामचरितमानस

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साहित्य परिषद् ने किया तुलसी जयंती का आयोजन
City24news/निकिता माधौगढ़िया
रेवाड़ी।अखिल भारतीय साहित्य परिषद रेवाड़ी शाखा की ओर से तुलसी जयंती के उपलक्ष में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर जहाँ वक्ताओं ने तुलसी के रामचरितमानस को भारतीय संस्कृति का आदर्श ग्रंथ बताया, वहीं विद्यार्थियों ने भाषण, दोहा व चौपाई के माध्यम से तुलसीदास को नमन किया। परिषद् महामंत्री गोपाल वासिष्ठ ने बताया कि सरकुलर रोड स्थित विश्वकर्मा सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित तुलसीदास जयंती  कार्यक्रम की अध्यक्षता परिषद् के प्रांतीय कार्यकारी अध्यक्ष रमेशचन्द्र शर्मा ने की। उन्होंने विद्यार्थियों से मानस के आदर्श को अपने जीवन मेंं उतारने का आह्वान किया।कार्यक्रम में स्कूल के छात्र-छात्राओं ने तुलसीदास जी के रचना कौशल व कृतित्व पर प्रकाश डाला। विद्यालय के 14 विद्यार्थियों ने दोहा-चौपाई गाकर मानस में वर्णित भगवान राम के जीवन से जुडे विभिन्न प्रसंगों का उल्लेख किया। उन्होंने – राम भरोसो, रामबल, रामनाम विश्वास। सुमिरत शुभ मंगल कुसल मांगत तुलसीदास ‘ कहकर मानस की उपलब्धियों का बखान किया। विद्यार्थियों के प्रयास की सराहना करते हुए परिषद् अध्यक्षा एवं स्कूल प्रधानाचार्या श्रुति शर्मा ने सभी का आभार जताया। इस अवसर पर श्रीमती सुशीला, शशिकांत, मोनिका यादव, आकांक्षा, मीनू, मंजू रोहिल्ला, शिल्पी अग्रवाल, अमित शर्मा, होशियार और प्रीति शर्मा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम में शामिल  सभी प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन चंद्र प्रकाश वर्मा ने

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