सडक हादसे के चार महीने बाद भी न्याय की गुहार लगा रहे परिजन
न्याय न मिलने पर दी 17 से दी ‘न्याय आंदोलन’ करने की चेतावनी
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | बीती 11 अप्रैल को उन्हानी गाँव के पास हुए हृदयविदारक स्कूल बस हादसे में मारे गए 6 स्कूली बच्चों की आत्मा को न्याय दिलाने के लिए परिजन पिछले 4 माह से दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं | परिजन स्थानीय विधायक, लोकसभा सांसद, केंद्रीय मंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा देश के प्रधानमंत्री के सामने न्याय की गुहार लगा चुके हैं। परिजनों ने शनिवार को कनीना मंडी में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि वे न्याय की मांग को लेकर दर-दर भटक रहे हैं इसी बीच हादसे के कुछ दोषियों को जमानत दे दी गई। मृतक बच्चों के माता-पिता इस मामले की जाँच माननीय उच्चतम न्यायालय की निगरानी में कराने की मांग कर रहे हैं। प्रदेश सरकार की ओर से आर्थिक सहायता के नाम पर 3-3 लाख रुपए परिजनों को दिए गए हैं, विरोध स्वरूप परिजन उन्हें वापिस लौटाना चाहते हैं।
परिजनों का कहना है कि उन्हें सिर्फ़ न्याय चाहिए, हादसे के समय भाजपा सरकार ने आश्वासन दिया था कि लोकसभा चुनाव आचार संहिता हटने के बाद उनकी माँग पूरी कर दी जाएगी। लेकिन परिजनों का कहना है कि उनके साथ सरकार ने वादा-खिलाफी की है।
संदीप यादव ने कहा, लापरवाही नहीं बरती जाती तो इन बच्चों की जान बचाई जा सकती थी, स्कूल बस ले जाते वक्त ड्राइवर ने 4-5 बार गलती की थी। इससे ऐसा लगता है कि बच्चों को जानबूझकर मौत के मुँह में धकेला गया। स्कूल प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन, परिवहन एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी उनकी मौत की दोषी है। अब घटना के 4 महीने बीत जाने के बाद न्याय न मिलने पर मजबूरन सड़क पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने कहा की आगामी 17 अगस्त तक सुनवाई न होने पर मजबूरन एसडीएम कार्यालय कनीना के सामने सड़क पर आंदोलन करेंगे।इस अवसर पर धनोंदा, झाडली सहित विभिन्न गांव की ग्रामीण उपस्थित थे |