आफताब अहमद ने किया वक्फ कानून संशोधन का विरोध
वक् ज़मीन जायदादों पर बीजेपी सरकार की काली नज़र : आफ़ताब अहमद
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू द्वारा गुरुवार को लोकसभा में वक्फ बोर्ड कानून में संशोधन से जुड़े दो विधेयकों को पेश करने का विपक्ष ने विरोध किया है। हरियाणा में कांग्रेस विधायक दल के उप नेता चौधरी आफताब अहमद ने भी बीजेपी की केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वक्फ संपत्तियों पर बीजेपी सरकार की काली नज़र है और बड़ी साज़िश के तहत ये बिल लाया गया है लेकिन हम इसके खिलाफ खड़े हैं और हर हर संघर्ष के लिए तैयार हैं।
हरियाणा के दिग्गज नेता चौधरी आफताब अहमद ने कहा कि ये संशोधन वक़्फ़ बोर्डों के उत्थान के लिए नहीं बल्कि उनकी न्यायिक स्वतंत्रता, उद्देश्य और मूल सिद्धांतों के बिल्कुल विपरीत है। वक़्फ़ प्रबन्धन आजादी के पहले से ही कानून के दायरे में हो रहा है फिर अब नया कानून लाकर सरकार मुसलमानों को निशाना बना कर नकारात्मक रूप से प्रभावित करना चाह रही है।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि बीजेपी सरकार की काली नज़र वक्फ संपत्तियों पर है उसी कारण इस बिल को लाने की फिराक में है और ऊपर से कई प्रदेशों में आगामी चुनावों को देखते हुए ध्रुवीकरण करने की कोशिश में जुटी है। सरकार लोकसभा चुनावों में हिंदू मुस्लिम में बांटने की राजनीति को जनता द्वारा नकारने के बावजूद उसी रास्ते पर खड़ी दिख रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का स्टैंड साफ है कि इस संशोधन कानून की नीयत ठीक नहीं है और उसके खिलाफ खड़ी है।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि यह विधेयक न केवल संविधान के विरुद्ध है, बल्कि संघवाद और धार्मिक अल्पसंख्यकों के विरुद्ध भी है। उन्होंने कहा कि अपने अपने धर्मों के मामलों में निर्णय लेने का अधिकार उसी धर्म के लोगों को होना चाहिए फिर चाहे वो हिन्दू हो, मुस्लिम हो, सिख, ईसाई आदि। जो व्यक्ति किसी विशेष धर्म में विश्वास नहीं करता, उसे उस धर्म की ओर से निर्णय लेने का अधिकार क्यों होना चाहिए।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि वक्फ कानून संशोधन बिल के विरोध में बीजेपी के मुस्लिम नेताओं की चुप्पी शर्मनाक है और इसे इतिहास कभी माफ नहीं करेगा।