छावनी बोर्ड बंद होने के फैसले से 14000 कर्मचारियों का भविष्य खतरे में : डॉ टीसी राव
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को लिखा पत्र
City24news/निकिता माधौगढ़िया
रेवाड़ी। दिल्ली छावनी विकास समिति के अध्यक्ष डॉ. टीसी राव ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को एक महत्वपूर्ण पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने भारत में 62 छावनी बोर्ड कार्यालयों को बंद करने के रक्षा मंत्रालय के फैसले पर चिंता जताई है। इससे पहले ही 15 कार्यालय बंद हो चुके हैं और उनके क्षेत्र नगर पालिकाओं में मिला दिए गए हैं, जिससे 14,000 कर्मचारियों की नौकरी और भलाई पर असर पड़ा है।
डॉ. राव ने सरकार से कहा है कि आगे और कार्यालय बंद करने से पहले इन कर्मचारियों का सही तरीके से समायोजन, पुनर्वास और पुनर्स्थापन किया जाए। उन्होंने सरकार को कुछ जरूरी बिंदुओं पर ध्यान देने के लिए कहा है ताकि कर्मचारियों के साथ सही और निष्पक्ष व्यवहार हो। डॉ. राव ने सरकार से इन कर्मचारियों की भलाई को प्राथमिकता देने को कहा है। उन्होंने कहा कि नौकरी की सुरक्षा और भविष्य की चिंताओं को दूर किया जाए। कर्मचारियों के लिए वैकल्पिक पदों और विभागों में समायोजन की योजना बनाई जाए। नई भूमिकाओं के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षण और नए कौशल दिए जाएं। इस पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष रखा जाए। कर्मचारियों को भावनात्मक और आर्थिक मदद दी जाए। सरकार को कर्मचारियों और उनके प्रतिनिधियों से बात करनी चाहिए और उनकी चिंताओं को दूर करना चाहिए। कर्मचारियों के ज्ञान और अनुभव को बचाए रखने के लिए भी प्रयास किए जाएं। दूसरे सरकारी विभागों में नौकरी के अवसर तलाशे जाएं। सेवानिवृत्ति के करीब कर्मचारियों के लिए विशेष प्रावधान किए जाएं ताकि उनका संक्रमण आसान हो।
डॉ. राव ने कहा कि सरकार को कर्मचारियों और उनके परिवारों की भलाई का ध्यान रखना चाहिए। सहयोगी दृष्टिकोण के लिए संबंधित लोगों से परामर्श किया जाए। कर्मचारियों की चिंताओं को दूर करने के लिए शिकायत निवारण तंत्र स्थापित किया जाए। इस तरह सरकार अपने कर्मचारियों की भलाई के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखा सकती है।
डॉ. राव ने सरकार से तेजी से और निर्णायक कदम उठाने का आग्रह किया ताकि सभी प्रभावित कर्मचारियों के लिए एक सुचारू और सफल संक्रमण सुनिश्चित हो सके।