रातभर से हो रही बारिश का पानी आया सड़कों पर
गर्मी से मिली निजात,फसलों को हुआ फायदा
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना |क्षेत्र में बीते बुधवार रातभर से हो रही रिमझिम बारिश के बाद निचले स्थानों तथा सडक मार्गें पर जलभराव हो गया। जगह-जगह पानी खडा होने पर नागरिकों ने नगरपालिका व उपमंडल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर समय रहते जल निकासी के उचित प्रबंध न किए जाने को लेकर सवाल खडे किए। प्रबुध नागरिकों ने कहा कि मॉनसून की बारिश होने के बाद पिछले तीन महिने की गर्मी से कुछ हद तक निजात मिली है वहीं पानी निकासी के उचित प्रबंध नहीं होने से जगह-जगह पानी जमा हो गया है। बारिश से कनीना में निचले स्थानों पर पानी जमा होने से नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड रहा है। रामपुरी रजबाहे से लेकर अटेली मोड, फिलिंग स्टेशन के समीप, कनीना बस स्टैंड, अस्पताल, बीडीपीओ कार्यालय, स्टेट वेयर हाउस, रेवाडी मोड,अटेली मोड, पशु अस्पताल, जोहड के समीप, सिटी थाना सहित अन्य स्थानों पर पानी जमा रहा। कनीना-महेंद्रगढ सडक मार्ग पर किए जा रहे नाले के निर्माण में पानी जाने का रास्ता न छोडे जाने पर स्टेट हाईवे 24 पर पानी जमा हो रहा है जिससे उसके खंडित होने की संभावना बन रही है। बारिश होने के बाद कनीना क्षेत्र का न्यूनतम तापमान 27 तथा अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। मौसम ठंडा होने पर गर्मी से राहत महसूस हुई है। मॉनसून की अच्छी बारिश होने के बाद किसानों की ओर से खरीफ फसल सिंचाई का कार्य बंद कर दिया गया है। खंड कृषि अधिकारी कार्यालय के एडीओ विकास यादव ने बताया कि कनीना खंड में करीब 33 हजार हैक्टेयर कृषि योज्य भूमि है जिसमें करीब 7 हजार हैक्टेयर भूमि में कपास तथा 98 हैक्टेयर रक्बे में मूंग की खेती गई है। इसके अलावा 26 हजार हैक्टेयर रक्बे में बाजरा व गवार बिजाई किया गया है। बारिश की कमी से फसल सूखने लगी थी। बारिश होने के बाद फसल पर रौनक छा गई है जिसे लेकर किसानों में खुशी की लहर है। नगरपालिका सचिव समयपाल सिंह ने कहा कि बरसात के पानी की निकासी के लिए लगातार नालों की सफाई करवाकर दुरूस्त करवाया गया है। नपा की टीम जलभराव वाले स्थानों पर नजर रख रही है। पानी को नहीं ठहरने दिया जायेगा। आमजन को परेशानी पेश नहीं आने दी जाएगी।