गुमनाम आजाद हिन्द फौज शहीदों को सम्मान दिलाने का डीसी ने दिया आश्वासन : श्रीभगवान फौगाट
City24news/निकिता माधौगढ़िया
रेवाड़ी। आजादी की लड़ाई में आजाद हिंद फौज के अनेकों गुमनाम रह गए स्वतंत्रता सेनानियों का भारत सरकार के राष्ट्रीय अभिलेखागार में रिकॉर्ड ढुंढ कर स्वतंत्रता सेनानी दर्जा दिलाने में दस साल से प्रयासरत स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी सदस्य श्रीभगवान ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा 1981 में राज्य स्वतंत्रता सेनानीयों को सम्मान दिया था मगर तब तक अनेक अविवाहित शहीदों के माता-पिता का भी स्वर्ग वास हो गया था। इसलिए उनका स्वतंत्रता सेनानियों की सूची में नाम दर्ज नहीं हो पाया था लेकिन अब गांव के गौरव पट्ट स्मारकों पर आजादी के अमृत महोत्सव साल तक अंग्रेजी सेना में रहते हुए अमर शहीद सैनिक होने का नाम लिखा जा चुका है, इसलिए राज्य सरकार के दिशा निर्देश अनुसार अधिकारियों के लिए स्वतंत्रता सेनानी होने कि सिफारिश करना मुश्किल हो रहा है बल्कि ऐसे अमर शहीद सैनिकों कि वास्तविक जीवनी तैयार करना इतिहासकारों के लिए भी आसान नहीं है जो आजादी के अमृत महोत्सव काल में गुमनाम रह गए स्वतंत्रता सेनानियों कि जीवनी तैयार करने में केन्द्रीय सरकार के दिशा निर्देश अनुसार लगे हुए हैं। जिला कष्ट निवारण कमेटी के सामने बार बार यह शिकायत रखने पर जिलें के सैनिकों को स्वतंत्रता सेनानी होने कि सिफारिश सरकार को भेज भी दी गई थी लेकिन कोई परिणाम नहीं मिला। अब यह शिकायत समाधान शिविर में रखने पर उपायुक्त द्वारा जल्द ही ऐसे अमर शहीद सैनिकों को स्वतंत्रता सेनानी होने का नाम गौरव पट्ट स्मारकों पर लिखने व सरकार को स्वतंत्रता सेनानी होने कि सिफारिश सहित पुनः भेजने का ठोस आश्वासन दिया गया है। श्रीभगवान फौगाट द्वारा राज्य सरकार से मांग की गई है कि ऐसे अनेकों अमर शहीद सैनिकों को स्वतंत्रता सेनानी सम्मान देने के लिए जल्द कोई ठोस कदम उठाए ताकि जनता को भी इनका वास्तविक इतिहास देखने को मिल जाए जिन्होंने हमें आजादी दिलाने के लिए अंग्रेजी सेना नौकरी को ठोकर मारकर निस्वार्थ सेवा भाव से सब कुछ बलिदान कर दिया था। उन्होंने उपायुक्त साहब का आभार जताया कि उन्होंने सौहार्दपूर्ण माहौल में मामलों में पक्ष रखने का पुरा समय दिया व नियमानुसार ठोस कार्रवाई करने का भी आश्वासन दिया है। जिला रेवाड़ी में आज भी अनेक स्वतंत्रता सैनिक हैं।