केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण ने कौशल विकास के लिए बजट में महत्वपूर्ण प्रावधान किए हैं
City24news/ज्योति खंडेलवाल
नई दिल्ली | केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण ने कौशल विकास के लिए बजट में महत्वपूर्ण प्रावधान किए हैं। रोजगार और कौशल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पांच कार्यक्रमों के लिए 2 लाख करोड़ रुपए रखे गए हैं। इसमें शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार के लिए 1.48 लाख करोड़ का बजट अपने आप में बड़ा प्रावधान है। देश की 500 शीर्ष कंपनियों के माध्यम से एक करोड़ युवाओं को कौशल प्रशिक्षण का लक्ष्य अत्यंत महत्वाकांक्षी योजना है। 5 हजार रुपए के मासिक मानदेय के साथ 12 महीने की प्रधानमंत्री इंटर्नशिप युवाओं को सर्वाधिक आकर्षित करेगी। इससे देश की युवा शक्ति को कुशल बनाने और जॉब रेडी बनाने में बड़ी सफलता मिलेगी। हरियाणा की यदि हम बात करें तो इतने बड़े पैमाने पर युवा स्किल्ड बनेंगे तो इंडस्ट्री की भी जरूरत पूरी होगी और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। हरियाणा का काफी बड़ा हिस्सा दिल्ली एनसीआर में आता है। यह इंडस्ट्री का भी बड़ा हब है। केंद्रीय बजट में कौशल विकास के लिए जो पहल की गई है। उससे हरियाणा में एक बड़ा इको सिस्टम तैयार करने में मदद मिलेगी। 1000 आईटीआई के उन्नयन का प्रावधान सुखद परिणाम लेकर आएगा। 25 हजार छात्रों के लिए मॉडल कौशल ऋण योजना में संशोधन से भी बेहतर नतीजे आने की उम्मीद है।
बजट से पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण के साथ परामर्श बैठक में मैने कौशल विकास के विभिन्न बिंदुओं पर अपने सुझाव दिए थे। उन्होंने कौशल विकास पर बजट में बड़ा फोकस किया है। इस बजट को कौशल विकास की दिशा में बहुत महत्वपूर्ण माना जा सकता है।