16 एमएम बारिश से चंहुओर पानी-पानी, नागरिकों तथा वाहन चालकों की परेशानी बढी
खरीफ फसल में पानी लगने से किसानों के चेहरे पर लौटी खुशी
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | क्षेत्र में सोमवार सायं के समय हुई 16 एमएम मॉनसून की बारिश से चंहुओर पानी-पानी हो गया। जिससे नागरिकों एवं वाहन चालकों की परेशानी बढ़ गई | दूसरी और बारिश का पानी लगने से सूखने के कगार पर पहुंची खरीफ की फसल में पानी लगने से किसानों के चेहरे पर खुशी लौट आई है। इससे पूर्व किसान फसल सिंचाई को लेकर चिंतित थे | कनीना में कमोबेश 48 निचले प्वाईटों पर बरसात का पानी जमा हो गया। जिससे नागरिकों को परेशानी का सामना करना पडा। कनीना में बस स्टैंड,अस्पताल,बीडीपीओ कार्यालय, रेवाडी मोड,अटेली मोड, पशु अस्पताल, जोहड के समीप, सिटी थाना, स्टेट वेयरहाउस, हनुमान मंदिर के नजदीक सहित अन्य स्थानों पर पानी जमा रहा। बारिश होने से तापमान में 3 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। कनीना क्षेत्र का न्यूनतम तापमान 29 तथा अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम ठंडा होने पर गर्मी से राहत महसूस की गई। किसानों की ओर से खरीफ फसल में स्प्रिंगकलर सिस्टम से सिंचाई की जा रही थी जिसे ब्रेक कर दिया गया है। खेतों में कपास,नरमें,बाजरा, गवार,मूंग की फसल ललहाने लगी है। कनीना-महेंद्रगढ मार्ग पर सडक के दोनों ओर बनाई जा रही ड्रेन का कार्य समय रहते पूरा न होने तथा मॉनसून से पूर्व ड्रेन माईनर की सफाई न होने से जलभराव के हालात उत्पन्न होने लगे हैं। पानी निकासी की सही व्यवस्था नहीं होने के कारण पानी सडक़ पर खड़ा हो रहा है। अत्यधिक बारिश आने की दशा में हालात बेकाबू होने की संभावना बनती जा रही है। नगरपालिका कनीना के पूर्व चेयरमैन सतीश जेलदार ने बताया कि समय रहते ड्रेन-माईनर तथा जोहडों की सफाई कार्य करवाया जाता तो जलभराव की समस्या का सामना नहीं करना पडता। जोहड़ की सफाई में होने से गलियां तालाब का रूप धारण कर लेती है |