पहली बरसात में ही परिषद के दावों की उड़ी धज्जियां
City24news@संजय राघव
सोहना | वीरवार की देर रात को जमकर हुई बरसात ने जहां गर्मी व उम्र से लोगों को छुटकारा दिलाया वहीं पहली बरसात में परिषद के सभी दावों को फेल कर दिया। पहली बरसात के कारण लोगों को घरों में पानी भरने से परेशानी का सामना करना पड़ा। कस्बे में कई वार्ड ऐसे थे जहां पर बरसात मुसीबत बनकर बरसी। इस बरसात से नगर परिषद की सफाई व्यवस्था के सभी दावों की पोल भी खोल दी ।बरसात से पहले परिषद ने नगर के सभी वार्डों को बेहतर साफ सफाई करने का दावा किया था ।लेकिन पहले ही बरसात में नालियां उफन गई ।गंदगी गलियों में बहती दिखाई दी। नालियों का पानी सड़कों पर आने से भयावह सिथिति बन गई ।सबसे ज्यादा हाल खराब सोहना बस स्टैंड मार्ग पर हुआ जहाँ पानी की उचित निकाशी व्यवस्था न होने के कारण घुटने घुटने तक गंदगी भर पानी से राहगीरों को निकलना पड़ा। गंदगी युक्त पानी कॉलोनी के कई घरों में प्रवेश कर गया । मई से ही परिषद के अधिकारी मानसून की तैयारी को लेकर दावा कर रहे थे। लेकिन परिषद ने यह काम मात्र फाइलों तक किया ।अधिकतर नाले पूरी तरह से गंदगी से अटे हुए रहे कई टूटे रहे लेकिन परिषद ने इन पर कोई भी ध्यान नहीं दिया। भारत सरकार स्वच्छ भारत अभियान के तहत कस्बे को सुंदर व स्वच्छ बनाने के लिए जोर दे रही ।
नागरिक दिनेश का कहना है कि नगर परिषद हर साल मॉनसून से पहले नाले की सफाई का प्रक्रिया शुरू करता है और दावा करता है कि इस काम को मॉनसून आने से पहले पूरा कर लिया जाएगा, लेकिन कभी भी ऐसा हो नहीं पाता। इस बार भी निगम के दावे हवा हवाई साबित हुए हैं। अभी तक सभी नाले की सफाई का काम पूरा नहीं हुआ है। हालांकि निगम का दावा है कि सिर्फ 10 फीसदी नाले की सफाई ही बाकी है, जबकि हकीकत यह है कि अभी तक 60 से 70 फीसदी नाले ही साफ हो सके हैं।
नगर परिषद की ईओ सुमन लता ने बताया कि कुछ जगह काम चल रहा है जिसकी वजह से दिक्कतों का सामना हुआ है ।जिन्हें जल्द पूरा कर दिया जाएगा