संत कबीर की शिक्षाएं समाज को आज भी दे रही दिशा
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | संत कबीर की शिक्षाएं आज भी समाज को दिशा दे रही हैं। ये विचार कंवरसैन वशिष्ठ ने शनिवार को कनीना में आयोजित संत कबीर जयंति के उपलक्ष्य में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि जो दो लोगों या कामों के बी में फंस जाता है उसका जीवन अशांत हो जाता है। संत कबीर से जुडी मान्यता के मुताबिक वाराणसी,काशी के पास लहरतारा तालाब किनारे निरू ओर नीमा नामक मुस्लिम दंपति को एक नवजात शिशु मिला था। बडा होकर ये शिशु कबीर नाम से प्रसिद्व हुआ। कबीरदास का घर आज भी चौरा मठ क्षेत्र के नाम से प्रसिद्व है। वे 15वीं सदी के रहस्यवादी कवि ओर संत थे। उनकी रचनाएं गुरूग्रंथ साहिब में भी निहित हैं। कबीरदार बुद्वि से गंभीर थे तथा जाति-पाति से दूर रहकर भक्ति करते थे।