नीट की परीक्षा नीट एंड क्लीन होना जरूरीःडा जोशी
खाद्य पदार्दों में मिलावट करने पर हत्या जैसी धारा के तहत हो कार्रवाई
आईपीसी में बदलाव कर बीएनएस को दिया कानूनी प्रावधान
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | हाल ही में जारी हुए नीट के परीक्षा परिणाम में दिखाई दी गडबडी प्रत्येक अभिभावक को विचलित करने वाली रही। जो गठबंधन आधारित मोदी सरकार के लिए नयी तरह की राजनीति का बडा अवसर भी हो सकता है। इस बारे में अटेली हलके के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता डॉ एलसी जोशी ने कहा कि गठबंधन सरकार में मोदी भले ही पूर्व की भांति बडे फैसले न ले सकंे लेकिन छोटे तो ले ही सकते हैं। पडौसी देश पाक आतंक फैलाएगा तो किसी भी तरह की स्टाइक करने से न तो देश रोकेगा न ही नीतिश बाबू। उल्टे यह आपकी इच्छा शक्ति पर निर्भर करेगा। हाल ही जम्मू कश्मीर में हुए तीन ताजा हमलों को लेकर भी देशवासी चाहते हैं कि आप पाकिस्तान को सबक सिखा दें। आपके बडे फैसलों में धारा 370 हटना साहसिक था जबकि अन्य राजनीतिक ज्यादा थे। एक और बडा फैसला 163 साल पुराने अंग्रेजों द्वारा बनाए गए कानून बदलना था। आईपीसी, इंडियन पैनल कोड के स्थान पर बीएनएस,भारतीय न्याय संहिता जो जुलाई से लागू होने वाला है। हालांकि इसकी चर्चा सीएए ओर तीन तलाक जितनी नहीं हुई। अब मोदी सरकार में सीएए कानून लाने संभव हो जाए आईपीसी में बदलाव,जो देश के लिए जरूरी है। जैसे फैसले भी विपक्ष से पूछकर लेने पड जाएं। नीट को नीट एंड क्लीन रख्ना होगा। इसके अलावा स्वास्थ पर ध्यान देते हुए कैंसर जैसी बिमारी की जड तक पंहुचने ओर अनिवार्य व मुफ्त जांच योजना शुरू कर देशवासियों को राहत प्रदान की जा सकती है। खाद्य वस्तुओं में मिलावट विकसित देशों में बडा अपराध है। किसान,व्यापारी,कम्पनी कोई भी नहीं सोच सकता कि एसी कोई भी चीज जिसे इंसान काम में लेगा और उसमें मिलावट की जा सके। लेकिन भारत देश में सजा कम होने के चलते मिलावट का खेल धडल्ले से चलता है। जिससे स्वास्थ पर वितरीत प्रभाव पड रहा है। जबकि इस अपराध में हत्या जैसी का प्रावधान होना चाहिए। ऐसा करने से खाद्य वस्तुओं में मिलावट रूक सकती है।