होडल में पांडवकालीन मंदिर की हो रही है अपेक्षा
City24news/हरिओम भारद्वाज
होडल | ऐतिहासिक प्राचीन मंदिर है पांडवन जो एक पुराने महाभारत काल से जुड़ा हुआ है आज इस मंदिर की लगातार हो रही है अपेक्षा जिसके कारण इस मंदिर का अस्तित्व दिन प्रतिदिन छीन होता जा रहा है होडल व सामाजिक संगठनों ने इस मंदिर के जीर्णोधार कराने की मांग की है बुजर्गो द्वारा बताया जाता है कि महाभारत काल में जब लाक्छाग्रह में आग लगाई गई थी तो उस लाक्छा ग्रह से बचकर अज्ञात वास का समय काटने के लिए यहां होडल के जगलो में आए थे अज्ञात वास के समय रहने के लिए एक सुरंग का भी निर्माण किया था आज भी वह सुरंग मौजूद है और पांडवों ने नहाने के लिए एक तालाब का भी निर्माण किया था यहां उसी समय से एक मंदिर भी पंडावकालीन यादों को समेटे हुए है इस मंदिर के लिए होडल राविया पट्टी द्वारा कई एकड़ जमीन भी दान मै दी हुई है जिसकी फसल से मंदिर के रखरखाव किया जाता है हरियाणा सरकार द्वारा महाभारतकालीन पुरानी धरोहर को सहजने के लिए मंदिर के जिनोउद्धार कराने का निर्णय के तहत इस प्राचीन पांडे मंदिर को भी लिया गया था लेकिन आज तक हरियाणा सरकार द्वारा इस मंदिर के जीर्णोद्धार के कोई राशि प्रदान नही की गई है जिसके कारण यह मंदिर और तालाब पानी नही होने के कारण हरियाणा सरकार की लगातार अपेक्षा के कारण अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को मजबूर है बताया गया की इस मंदिर की देखरेख के लिए बनाई गई कमेटी के पदाधिकारियों ने कई बार स्थानीय सांसद से लेकर विधायक और जिला उपायुक्त तक इसके जीनुद्धार के लिए कोई राशि नही दी गई है होडल के नागरिकों ने सामाजिक संगठनों ने सरकार वा प्रशासन से इस मंदिर के पुनर्निर्माण कराने की मांग की है