नशे से व्यक्ति का जीवन अंधकार में डूब जाता है: डाॅ. हरजिंदर
City24news/ब्यूरो
बल्लभगढ | डिप्टी सिविल सर्जन डाॅ. हरजिंदर के निर्देशन में जिला मानसिक स्वास्थ्य विभाग एवं ओ एस टी विभाग फ़रीदाबाद द्वारा पुलिस डिपार्टमेंट सेक्टर 3 बल्लभगढ़ के सहयोग से नशा मुक्त जागरुक प्रोग्राम का आयोजन किया गया जिसमें डॉ मोहिन्दर पाल साहनी ने लोगो को नशे कि दुष्प्रभाव के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि नशा व्यक्त्ति के स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य व समाज पर भी बुरा प्रभाव डालता है। लोग परिवार में कलह, लड़ाई झगड़े, रोज़गार, कर्ज़, परिवार की जिम्मेवारी, आपसी सम्बन्धों का ख़राब होने अथवा आर्थिक तंगी, आदि के तनाव के कारण नशे को निजात का सहारा बना लेते है इसके साथ साथ शादी विवाह पार्टी ख़ुशी कि मौके पर दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ नशे का परयोग करते है, जो धीरे धीरे उनकी आदत बन जाता है और जिसे छोड़ना बहुत मुश्किल हो जाता है। डाॅ प्रदीप शर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा एसे लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वो बिना किसी परेशानी से डाक्टरी इलाज द्वारा बहुत आसानी से नशा छोड़ सकते हैं व ख़ुशहाल जीवन जी सकते हैं, स्वाथ्य विभाग द्वारा नशा मुक्त कार्यक्रम कि तहत दी जा रही सुविधाओं से भी अवगत कराया गया कि बी के हॉस्पिटल में नशा मुक्ति केन्द्र में गंभीर मरीज़ को भर्ती किया जाता है व ओ पी डी बेसिस पर भी दवाईं देकर इलाज किया जाता है इसके साथ साथ ओ एस टी डिपार्टमेंट में सूखे नशे व इंजैक्शन के नशे को छुड़वाने कि लिये प्रतिदिन फ़्री में दवाईं दी जाती है। इसके साथ उनकी मानसिक समस्याओं से संबंधित काउंसलिंग की जाती है।
नशा करता है शरीर एंव परिवार का नाश: डाॅ. प्रदीप
नशे के कई दुष्प्रभाव समाज के अंदर देखने को मिल रहे हैं। इससे शारीरिक ही नहीं, बल्कि आर्थिक और सामाजिक नुकसान भी होते हैं। उन्होंने कहा कि नशा करने वाला व्यक्ति खुद को ही नहीं, बल्कि अपने परिवार को भी गर्त की दिशा में धकेलने का काम करता है। साथ ही परिवार व समाज में छवि खराब होने के साथ ही व्यक्ति का शरीर अंदर से खोखला हो जाता है। गुटका, तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट, शराब सहित अन्य नशे के पदार्थों से कैंसर जैसी कई भयंकर बीमारियां हो जाती हैं।