चिलचिलाती धूप में स्कूल से घर पंहुच रहे विद्यार्थी
City24news@सुनील दीक्षित
कनीना | बैसाख माह में 42 डिग्री तापमान के चलते गर्मी के तीखे तेवरों से आमजन हैरान है वहीं दोपहर की चिलचिलाती धूप में स्कूलों में पढने वाले विद्यार्थी घर पंहुचने पर मजबूर हैं। गर्मी में निजी स्कूलों की बसें भी गर्म हो जाती हैं। जिनमें विद्यार्थी बमुश्किल बैठ पाते हैं। अभिभावकों सुरेंद्र यादव, शौरभ यादव, सुरेश कुमार ने कहा कि प्रत्येक निजी स्कूल की ओर से बसों को खडा करने के लिए टीनशैड बनाया जाए ओर बसों को शैड के नीचे खडा किया जाए जिससे बसें अत्यधिक गर्म न हो सकें। विद्यार्थियों को भी तपती बसों व सीटों का सामना न करना पडे। उनकी ओर से इस बारे में डीसी को पत्र भी लिखा गया है। ईधर गर्मी के चलते दोपहर के समय कनीना की सडकें सुनसान दिखाई देने लगी हैं। सडक से आग की लपटें निकलनी शुरू हो गई हैं। जिसे लेकर सडकों पर चलने वाले वाहनों में आगजनी होने की घटनाओं की संभावना बन रही है। ईधर कनीना विकास खंड के 53 गावों में बने अधिकांश बरसाती पानी आधारित जोहड सूखे पडे हैं। पशु-पक्षी पानी की तलाश में ईधर-उधर भटक रहे हैं। नहरी पानी आधारित कुछ जोहडों में पानी है। ग्रामीणों ने सूखे जोहडों में पानी डालने की मांग की है। मंगलवार को कनीना क्षेत्र का न्यूनतम तापमान 22 डिग्री व अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। एक्यूआई 302 दर्ज किया गया। कृषि विभाग के अधिकारी डॉ. विकास कुमार ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से मौसम में व तापमान में उतार-चढाव देखने को मिल रहा है। मई माह के पहले पखवाडे में धूप-छांव देखने को मिलेगी। लेकिन दिन का तापमाप भी 38 से 44 डिग्री सेल्यिस बना रहेगा।