जीएल स्कूल में मंगलवार को दूसरे दिन भी नहीं पंहुचे विद्यार्थी
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना जीएल पब्लिक स्कूल कनीना में मंगलवार को दूसरे दिन भी ट्रांसपोर्ट सुविधा नहीं होने के चलते कोई भी छात्र स्कूल में नहीं आया। स्कूल में टीचिंग तथा नाॅन टीचिंग स्टाफ सहित प्रशासक डीटीपी महावीर प्रसाद उपस्थित रहे। गांव ही नहीं बल्कि कनीना शहर के अभिभावक भी अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं। कुछ अभिभावकों में हादसे से भय बना हुआ तो कुछ बसों के अभाव में स्कूल से किनारा कर रहे हैं। इस बारे में स्कूल प्रशासक महावीर प्रसाद ने बताया कि स्टाफ ने अभिभावकों से संपर्क साधा है। वे अपने बच्चों को स्कूल में भेजने के लिए तैयार हैं लेकिन परिवहन व्यवस्था नहीं होने के चलते विद्यार्थी स्कूल में नहीं आ पा रहे हैं। इस स्कूल में 750 विद्यार्थियों का पंजीकरण है। शिक्षा सत्र के आरंभ होने के बाद कुछ अभिभावकों द्वारा फीस भी अदा नहीं की गई है। इससे पूर्व विद्यार्थी बस और क्रूजर जैसी गाड़ी से स्कूल पंहुचते थे। इन वाहनों की फिटनेस नहीं होने के चलते वे ब्रेक डाउन हैं तथा प्रशासन की निगरानी में है। अभिभावक अपने स्तर पर परिवहन व्यवस्था करने पर विचार कर रहे हैं। अभिभावकों का कहना है कि नये शिक्षा सत्र की शुरूआत हुई है ऐसे में विद्यार्थियों पर पढ़ाई का लोड कम है,ऐसे में वे कुछ दिन स्कूल नहीं जाएंगे तो भी अधिक फर्क नहीं पडने वाला। विद्यार्थी घर रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने स्कूल की सभी किताबें खरीदी हुई है।
डीटीओ नारनौल से जारी था लाईसेंस
स्कूल बस हादसे के मुख्य आरोपी बस चालक धर्मेंद्र निवासी सेहलंग ने पुलिस पूछताछ में कहा कि उसके पास नारनौल अथॉरिटी से जारी किया हुआ हलके व भारी वाहन का लाइसेंस था। पुलिस ने जांच करते हुए इन्हें लाइसेंस अथॉरिटी से रद्द करने की अनुसंशा की है।