आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का फूट पड़ा गुस्सा
City24news@ज्योति खंडेलवाल
पलवल। आंगनबाड़ी वर्कर्स एंड हैल्पर्स यूनिय के तत्वावधान में कार्यकर्ता जुलूस निकालकर लघु सचिवालय पर पहुंच गईं और प्रवेश द्वार पर धरना शुरू कर दिया। इस दौरान नायब तहसीलदार कुंवरदीप सिंह को मांगों का ज्ञापन सौंपा। इस दौरान प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। प्रदेश महासचिव व जिला प्रधान उर्मिला रावत की अध्यक्षता में आयोजित प्रदर्शन का संचालन जिला सचिव कृष्णा ने किया। प्रदर्शन में समस्याओं व मांगों के शीघ्र समाधान ना होने पर आंदोलन को तेज करने का निर्णय लिया गया।
इस अवसर पर सीआईटीयू के जिला सचिव रमेश चंद व किसान सभा के नेता रुपराम तेवतिया ने कार्यकर्ताओं की मांगों का समर्थन करते हुए समाधान की मांग की। प्रदेश महासचिव उर्मिला रावत ने कहा कि कार्यकर्ताओं का छह महीने से बकाया मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है, जिसके कारण उनके परिवार भारी आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। एक तरफ़ सरकार ढोल पीटती है कि सरकार के भंडार भरे पड़े हैं, तो दूसरी तरफ़ समाज के सबसे कमजोर श्रेणी के लिए वेतन देने को पैसा नहीं है। उन्होंने कहा कि बच्चों के दाखिले का समय चल रहा है, लेकिन बिना मानदेय भुगतान के बच्चों के दाखिले भी नहीं हो पा रहे हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों पर राशन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली गैस, राशन की दलाई व पिसाई की राशि का भुगतान वर्ष 2018 से रुका हुआ है। विभाग ने कार्यकर्ताओं को ऑनलाइन काम के लिए फ़ोन तो उपलब्ध करा दिए, लेकिन रिचार्ज की राशि नहीं दी जा रही है। उन्होंने केंद्रों के बढ़े हुए किराए के शीघ्र भुगतान की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने अपने वायदे के मुताबिक़ हड़ताल के दौरान बर्खास्त की गई कार्यकर्ताओं के मानदेय का भुगतान भी अभी तक नहीं किया है। महिला सशक्तिकरण की दुहाई देने वाली सरकार महिलाओं का भारी शोषण कर रही है। यूनियन नेताओं ने कहा कि स्कीम वर्करों के प्रति सरकार की उदासीनता का खामियाजा सरकार को चुनाव में भुगतना पड़ सकता है।
प्रदर्शन को यूनियन नेता विमलेश चौहान, मंजू शर्मा, योगेश कुमारी, गीता, शकुंतला, पुष्पा, परसंदी, मधु, शशिबाला, कुमारी महेश, नूतन, रजनी, राजबाला, मकीना व मंजू ने भी संबोधित किया।