एक और विवाहित चढ़ी दहेज की बलि
मृतका के पति ने की हुई थी दो शादी
City24news@अनिल मोहनियां
नूंह| दहेज को लेकर बेटियों की हत्या का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। नूंह जिला के नगीना खंड के गांव बदरपुर निवासी मुबारक ने अपनी बहन आयशा की शादी 2 साल पहले मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार नूंह जिला के तावडू उपमंडल के गांव बुरका में कि थी। अपनी हैसियत के हिसाब से खूब दान दहेज भी दिया था। लेकिन शादी के बाद से ही आयशा को दहेज के लिए परेशान किया जाने लगा तथा आयशा को यह भी पता चला कि जाहिद ने दूसरी शादी भी की हुई है। जिसकी जानकारी आयशा ने अपने परिजनों को दी। दूसरी शादी की जानकारी परिजनों को देने के बाद आयशा को ससुराल पक्ष की तरफ से ज्यादा परेशान किया जाने लगा आयशा इसके बारे में अपने परिजनों को बताती रहती थी। मृतका के भाई मुबारक ने बताया कि पिछले 5 दिनों से आयशा को दहेज के लिए ज्यादा ही परेशान किया जा रहा था उसे बुलेट मोटरसाइकिल की मांग की जा रही थी। कल फोन से सूचना मिली कि आयशा की मौत हो गई है जैसे ही सूचना पाकर बुरका गांव पहुंचे तो वहां पर देखा कि आयशा नहीं है लोगों ने बताया कि उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नूंह लेकर गए हैं गांव में बिना पुलिस की मौजूदगी के ही शव को पोस्टमार्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आ गए। वहीं परिजनों का कहना है कि उन्हें शक है कि पुलिस ने इस मामले में ढलाई बढ़ती है। वही गांव के सरपंच अब्दुला का कहना है कि आयशा की हत्या की गई है उसे दहेज के लिए परेशान किया जा रहा था जिन लोगों ने आयशा को मौत के घाट उतारा है उन लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं मृतका आयशा के परिजन नूर मोहम्मद ने कहा कि बुराका निवासी जाहिद के साथ मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार बड़े ही धूमधाम से शादी की थी शादी के बाद से ही मृतिका को परेशान किया जा रहा था। वही आयशा का पोस्टमार्टम कराकर सब परिजनों को सौंप दिया गया है।अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करती है।