श्मशान घाट को लेकर विवाद,शव को सड़क पर लेकर बैठे रहे ग्रामीण
City24news@संजय राघव
सोहना | शमशान घाट को लेकर दो गांवों के ग्रामीणों में विवाद पैदा हो गया है।जिंसके कारण एक गाँव के ग्रामीणों ने दूसरे गाँव के मृत बुजुर्ग का अंतिम संस्कार करने से रोक दिया है। जिसके चलते पीड़ित ग्रामीण सड़क पर बैठ गए। मामले की सूचना मिलने पर सदर थाना प्रभारी ने पहुँचकर लोगों को समझाने का भरसक प्रयास किया किन्तु वे नहीं माने। बाद में सोहना एसडीएम के पहुंचने पर मृतक बुजुर्ग का अंतिम संस्कार किया गया।
जहां बताया जा रहा है कि चमन पुरा की सरपंच आशा के ससुर हरी सिंह 70 वर्षीय की बीती रात बीमारी के चलते निधन हो गया था।और आशा के देवर सोहन पाल ने बताया सुबह पिता के शव को लेकर अंतिम संस्कार को लेकर ग्रामीण लोह सिंघानी के शमशान में पहुंचे।लेकिन जैसे ही लोह सिंघानी के गांव के लोगों पता चला तो उन्होंने एतराज उठाया और मौके पर पहुंच गए।मामला बढ़ता देख प्रशासन मौके पर पहुंचा ।
जहां लोह सिंघानी की सरपंच के पति तरुण का कहना है कि 2021 _2022 में चमन पुरा पंचायत लोह सिंघानी से अलग हुई जहां चमन पुरा को अलग से शमशान की भूमि अलॉट हो चुकी है।तो इनका गांव लोह सिंघानी में अंत्येष्टि नही करनी चाहिए।
जबकि चमन पुरा के सरपंच के देवर सोहन पाल का कहना है कि लोह सिंघानी में दो शमशान हैं जिसमे एक हमारा भी शमशान है ।हमारे गांव में बने शमशान के लिए रास्ता नही है।इसलिए हम पिता की अंत्येष्टि करने लोह सिंघानी के शमशान में जा रहे थे।जहां ग्रामीणों ने हमे अंतिम संस्कार नही करने दिया।
शव को लेकर सड़क पर बैठे
गाँव चमनपुरा के ग्रामीण मृतक हरिसिंह का अंतिम संस्कार न होने पर शव को लेकर सड़क पर बैठ गए। जो दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक सड़क पर ही जमे रहे। मृतक के बेटे कल्याण सिंह ने बताया कि 2021 में चमनपुरा गाँव अलग पंचायत बनने पर लोहसिंघानी गाँव से अलग हो गया था। तथा उपायुक्त ने दोनों गांवों में बने श्मशान घाटों को भी बांट दिया था। जिस श्मशान पर विवाद पैदा हुआ है वह ग्रामपंचायत चमनपुरा के नाम पर है।
क्या कहते हैं एसडीएम
सोहना एसडीएम सोनू भट्ट बताते हैं कि चमनपुरा निवासी हरिसिंह का अंतिम संस्कार करा दिया गया है। दोनों ही गांवों के लोगों को मंगलवार को कार्यालय में बुलाया गया है। श्मशान से सम्बंधित दस्तावेजों की भी जांच की जाएगी। ताकि दोनों गांवों का विवाद समाप्त हो सके।