जनता के बजाय जाँच एजेंसियाँ तय कर रही हैं लोकतंत्र : आफ़ताब अहमद
City24news@अनिल मोहनियां
नूंह | नूँह विधायक व कांग्रेस विधायक दल के उपनेता चौधरी आफ़ताब अहमद ने शुक्रवार को दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ़्तारी पर बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी केंद्र सरकार द्वारा कभी विपक्ष के खाते सीज
कर उनसे पैसे निकाले जाते हैं तो कभी मुख्यमंत्रियों को गिरफ़्तार कर किया जाता है।
विधायक आफ़ताब अहमद ने कहा कि गिरफ़्तारी पूरी तरह गैर-कानूनी और अलोकतांत्रिक है, पूरे देश में आचार संहिता लगी हुई है। लेकिन ठीक चुनाव के बीच विपक्षी दलों के विरूद्ध इस तरह की कार्रवाई राजनीतिक द्वेष को दर्शाती है। स्वस्थ लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष चुनाव जरूरी है। निष्पक्ष चुनाव के लिए प्रत्येक दल को लेवल प्लेयिंग फील्ड मिलना चाहिए और सभी दलों को समान अवसर प्राप्त होने आवश्यक है।
विधायक आफ़ताब अहमद ने कहा कि सत्ताधारी बीजेपी देश की राजनीति पर एकाधिकार स्थापित करने की मंशा से लगातार विपक्ष को निशाना बना रही है। स्वतंत्र जांच एजेंसियों द्वारा विपक्षी नेताओं पर आनन-फानन में कार्रवाई की जा रही है। बिना दोष साबित किए विपक्ष के नेताओं को जेल भेजा जा रहा है। इंडिया गठबंधन की सहयोगी आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के विरुद्ध की गई कार्रवाई, ये सरासर ग़लत है।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि चुनावी चंदे के लेन-देन में जो देश ने देखा कि कैसे बीजेपी को ईडी, आईटी, सीबीआई के छापों के बाद कारवाई झेल रही कंपनियों ने पैसे दान दिये वो इस सरकार की पोल खोलने के लिए काफ़ी है। किसी को बीजेपी सरकार ने चंदे के बाद धंधा दिया, किसी को कारवाई से बचा लिया और ध्यान बाँटने के लिए विपक्ष को मीडिया के सहारे ग़लत तरीक़े से बदनाम करने की कुकृत्य कर रही है।
विधायक आफ़ताब अहमद ने कांग्रेस के खातों को फ्रिज करने और विपक्ष के नेताओं को निशाना बनाने की कार्रवाई के विरुद्ध तमाम लोगों को एकजुट होकर आवाज उठानी चाहिए क्योंकि लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं से छेड़छाड़ और संवैधानिक संस्थाओं की विश्वसनीयता का ख़त्म होना देश के लोकतंत्र के लिए नुकसानदेह है।