एसजेवीएन ने  दीर्घकालिक समझौते पर  किये  हस्ताक्षर 

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City24News@ भावना कौशिश
नई दिल्ली। सतलज जल विद्युत निगम (एसजेवीएन) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी सतलज जल विद्युत निगम (एसजेवीएन) हरित ऊर्जा लिमिटेड (एसजीईएल) ने राजस्थान ऊर्जा विकास और सूचना प्रौद्योगिकी सेवा लिमिटेड (आरयूवीआईटीएल) के साथ 500 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए दीर्घकालिक बिजली उपयोग समझौते (पीयूए) और 100 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए दीर्घकालिक बिजली खरीद समझौते (पीपीए) पर  जयपुर में हस्ताक्षर किए हैं। बिजली उपयोग समझौता बीकानेर सौर ऊर्जा परियोजना से 500 मेगावाट सौर ऊर्जा के लिए है और बिजली खरीद समझौता (पीपीए) राजस्थान सौर ऊर्जा परियोजना से 100 मेगावाट सौर ऊर्जा के लिए है। दोनों समझौते 25 वर्ष की अवधि के लिए किए गए हैं।

राजस्थानकेलिए 500 मेगावाटकीआपूर्तिकेलिएविद्युतउपयोगसमझौता

विद्युत उपयोग समझौते के बारे में बोलते हुए, सतलज जल विद्युत निगम (एसजेवीएन) की अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्रीमती गीता कपूर ने बताया कि समझौते के अंतर्गत, एसजीईएल केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र इकाई योजना के चरण- II (ट्रेंच -3) के अंतर्गत एसजीईएल द्वारा विकसित की जा रही 1,000 मेगावाट की बीकानेर सौर ऊर्जा परियोजना से 2.57 रुपये प्रति यूनिट की दर पर 500 मेगावाट बिजली की आपूर्ति करेगा।

यह परियोजना देश की सबसे बड़ी एकल-स्थान परियोजना है। राजस्थान के बीकानेर में बांदरवाला गांव में विकसित की जा रही 1000 मेगावाट की सौर परियोजना से पहले वर्ष में 2,454.84 मिलियन यूनिट ऊर्जा और 25 वर्षों की अवधि में लगभग 56,474 मिलियन यूनिट की संचयी ऊर्जा उत्पन्न होने की संभावना है।

यह परियोजना 5,491 करोड़ रुपये की लागत से विकसित की जा रही है और 30 सितंबर, 2024 तक चालू होने की संभावना है।

इस पीयूए पर हस्ताक्षर के साथ, एसजीईएल ने 1,000 मेगावाट की पूरी परियोजना क्षमता का अनुबंध हासिल कर लिया है, जिसमें 200 मेगावाट उत्तर प्रदेश ऊर्जा निगम लिमिटेड (यूपीपीसीएल) को और 300 मेगावाट जम्मू-कश्मीर ऊर्जा निगम लिमिटेड (जेकेपीसीएल) को आपूर्ति की जाएगी।

राजस्थानको 100 मेगावाटकीआपूर्तिकेलिएबिजलीखरीदसमझौता

आज हस्ताक्षर के गए बिजली खरीद समझौते के अंतर्गत, एसजीईएल प्रतिस्पर्धी बोली के माध्यम से एसजीईएल द्वारा प्राप्त परियोजना से 2.62 रुपये प्रति यूनिट की दर पर 100 मेगावाट सौर ऊर्जा की आपूर्ति करेगा, जिसके लिए 6 अक्टूबर, 2023 को आरयूवीआईटीएल द्वारा अधिकार पत्र जारी किया गया था। परियोजना से पहले वर्ष में 252 मिलियन यूनिट ऊर्जा और 25 वर्षों की अवधि में 5,866 मिलियन यूनिट की संचयी ऊर्जा उत्पन्न होने की संभावना है।

यह परियोजना राजस्थान के नावा में सांभर साल्ट्स लिमिटेड की 387.56 एकड़ भूमि पर विकसित की जाएगी, जो 28 साल की अवधि के लिए एसजीईएल के पक्ष में पट्टे पर दी गई है। यह परियोजना 550 करोड़ रुपये की अस्थायी लागत पर निर्माण, स्वामित्व और संचालन (बीओओ) के आधार पर विकसित की जाएगी।

600 मेगावाट सौर ऊर्जा की संचयी आपूर्ति के लिए दीर्घकालिक बिजली उपयोग समझौते और दीर्घकालिक बिजली खरीद समझौते पर आज जयपुर में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए। राजस्थान की उपमुख्यमंत्री, श्रीमती दीया कुमारी; राजस्थान के ऊर्जा मंत्री,  हीरालाल नागर; केंद्रीय कोयला सचिव, अमृत लाल मीणा; मुख्य सचिव, राजस्थान सरकार,  सुभाष पंत; अपर मुख्य सचिव, ऊर्जा, राजस्थान सरकार,  आलोक; और निदेशक (परियोजनाएं), एसजेवीएन,  सुशील कुमार शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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