दूषित पानी को लेकर विधायक आफताब अहमद ने चिंता व्यक्त की
City24news@अनिल मोहनियां
नूंह | ड्रेन में गुडगांव कैनाल से सिंचाई के लिए आ रहे दूषित पानी को लेकर नूंह विधायक आफताब अहमद ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि एनसीआर की तमाम गंदगी से नूंह जिले का वातावरण लगातार दूषित हो रहा है। एक और जहां नूंह व इंडरी खंड के गांव टपकन व ऊदाका में कैंसर रोगी बढ़ रहे हैं तो दूसरी और हजारों एकड़ जमीन बंजर हो चुकी है। अगर समय रहते प्रदेश सरकार ने इस और ध्यान नहीं दिया तो हमारा आने वाला कल और अधिक भयानक होगा। विधायक आफताब अहमद ने कहा कि वह लगातार दस साल से जिले में आ रहे इस दूषित पानी को बंद करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह जिले के किसानों को अब पूरी तरह से बर्बाद कर रहा है। कई जगहों पर जमीन के बंजर होने से किसानों ने खेतों में तालाब बना दिए है। यह नूंह जिले का बहुत ज्वलंत मुद्दा है। मजबूरी में आकेड़ा, मालब, कोटला आदि गांवों के किसान इसे इस्तेमाल करने को मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि अधिक पानी के आने से यह समस्या हो रही है जबकि असलियत यह है कि यह कैमिकल युक्त पानी है जिसे जमीन बंजर हो रही है। उन्होंने सरकार से मांग की इसके लिए जल्द से जल्द अलग विशेष योजना बनाकर कार्य किया जाए। बीते दो साल से नूंह के गांवों में 40 बोरवैल लगाने को लेकर योजना बनाई थी। लेकिन सरकार ने इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हाल में साथ के लगते राजस्थान प्रदेश को पानी देने का करार किया है जोकि गलत है यह प्रदेश के लिए पूरी तरह से शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के पानी को पंजाब नहीं दे रहा है। प्रदेश में पहले से पानी नहीं है अगर बरसात का अधिक पानी होता है तो सरकार जल्द से जल्द नूंह जिले की कोटला झील का विस्तार कर उस पानी को मेवात को दें। जिससे यहां का जल स्तर बढ़ सके। दूसरी और स्वच्छ पानी से कृषि कार्य भी कर सकें। उन्होंने कहा कि नूंह डे्रन में आने वाले जहर से एक दिन प्रतिदिन मेवात जिले की बर्बादी हो रही है। फरीदाबाद जिले की पूरी गंदगी से आज यहां का वातावरण दूषित हो रहा है। ऐसे में सरकार को इस बारे में योजना बनाकर कार्य करना चाहिए।