अपशिष्ट प्रबंधन में युवा करें सक्रिय भागीदारी- प्रो. टंकेश्वर कुमार
City24news@अशोक कौशिक
नारनौल। वर्तमान समय में अपशिष्ट प्रबंधन बड़ी समस्याओं में से एक है। इस समस्या से न केवल महानगर पीड़ित हैं अपितु बढ़ती जनसंख्या तथा अपशिष्ट प्रबंधन की सही जानकारी न होने के कारण यह समस्या हर शहर में देखी जा सकती है। अपशिष्ट प्रबंधन का निपटान सही तरीके से न होने के कारण एक तरफ तो भूमि की उर्वरा शक्ति कम होती जा रही है, वहीं दूसरी ओर विभिन्न प्रकार की बीमारियां फैलती जा रही हैं। ऐसे में जरूरत है कि हमारे युवा आगे आकर अपशिष्ट प्रबंधन में अपनी सकारात्मक भागीदारी कर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए गए ‘स्वच्छ भारत अभियान‘ के सपने को साकार करने में अपना योगदान दें।
ये विचार हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने विश्वविद्यालय में दीर्घकालीन जीवन शैली के लिए अपशिष्ट प्रबंधन विषय पर आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। वेबिनार में एमिटी यूनिवर्सिटी, गुरुग्राम के पृथ्वी एवं पर्यावरण विभाग में सहआचार्य डॉ. पूजा सिंह विशेषज्ञ वक्ता के रूप में उपस्थित रहीं।
विश्वविद्यालय के औद्योगिक अपशिष्ट प्रबंधन विभाग द्वारा आयोजित इस वेबिनार को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय की समकुलपति प्रो. सुषमा यादव ने कहा कि अपशिष्ट प्रबंधन के सही तरीके से निपटान के लिए सभी की भागीदारी आवश्यक है। समकुलपति ने विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से इस क्षेत्र में युवाओं की भूमिका से प्रतिभागियों को अवगत कराया। विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लाइन लोंग लर्निंग के अधिष्ठाता प्रो. पवन कुमार मौर्य ने कहा कि विभाग विश्वविद्यालय कुलपति के कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन में विद्यार्थियों में कौशल विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस प्रकार के कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित करवाता है। वेबिनार में विशेषज्ञ वक्ता डॉ. पूजा सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों को वेस्ट को केवल वेस्ट नहीं समझना चाहिए इसे उचित तकनीक के द्वारा बेस्ट में बदलने की तकनीकों की खोज करनी चाहिए। उन्होंने प्रतिभागियों को अपशिष्ट प्रबंधन की विभिन्न तकनीकों से भी अवगत कराते हुए कहा कि विकसित भारत के निर्माण में अपशिष्ट प्रबंधन एक मुख्य पहलू है। डॉ. सिंह ने विद्यार्थियों को अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में रोजगार के अवसरों से भी अवगत कराया। वेबिनार में प्रदीप कुमार, सुनील कुमार, शालू सैनी, पिंकी व नसीब ने आयोजक समिति के सदस्यों के रूप में सक्रिय भागीदारी की। कार्यक्रम में अपशिष्ट प्रबंधन विभाग की समन्वयक डॉ. सुषमा यादव ने प्रतिभागियों को विभाग की गतिविधियों से अवगत कराया। इस अवसर पर विभाग के शिक्षक, विद्यार्थी व शोधार्थी उपस्थित रहे।