7 एमएम बारिश से निचले स्थानों पर हुआ जलभराव

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जल निकासी प्रबधों को लेकर नागरिकों ने उठाए सवाल
किसान खरीफ फसल बिजाई में जुटे

City24news/सुनील दीक्षित
दीक्षित | कनीना क्षेत्र में बीते सोमवार को हुई 66 एमएम मॉनसून की बारिश के बाद बृहस्पतिवार को 7 एमएम बारिश हुई। जिससे निचले स्थानों पर जलभराव हो गया। जगह-जगह पानी खडा होने पर नागरिकों ने नगरपालिका व उपमंडल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर समय रहते जल निकासी के उचित प्रबंध न किए जाने को लेकर सवाल खडे किए हैं। प्रबुध नागरिकों ने कहा कि मॉनसून की धमाकेदार एंट्री होने से अब तक 73 एमएम बारिश हो चुकी है जिससे पिछले करीब तीन महिने की गर्मी से निजात मिली है। कनीना में हुई पहली बारिश से कमोबेश 48 प्वाईटों पर पानी जमा हुआ था अब उनकी संख्या बढने लगी है। जिससे नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड रहा है। रामपुरी रजबाहे से लेकर अटेली मोड, फिलिंग स्टेशन के समीप, कनीना बस स्टैंड, अस्पताल, बीडीपीओ कार्यालय, रेवाडी मोड,अटेली मोड, पशु अस्पताल, जोहड के समीप, सिटी थाना सहित अन्य स्थानों पर पानी जमा रहा। कनीना-महेंद्रगढ सडक मार्ग पर किए जा रहे नाले निर्माण की मिट्टी सडक के लेवल से अधिक होने के कारण स्टेट हाईवे 24 पर पानी जमा हो रहा है जिससे उसके खंडित होने की संभावना बन रही है। बारिश होने के बाद कनीना क्षेत्र का न्यूनतम तापमान 27 तथा अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। मौसम ठंडा होने पर गर्मी से राहत महसूस हुई है। सतबीर सिंह, नारायण दायमा, एडवोकेट मनोज शर्मा,कंवर सैन, राहुल मित्तल, प्रदीप कुमार ने बताया कि कनीना-महेंद्रगढ मार्ग पर सडक के दोनों ओर बनाई जा रही ड्रेन का कार्य समय रहते पूरा न होने तथा मॉनसून से पूर्व सभी नाले-खाले की सफाई न होने से जलभराव के हालात उत्पन्न होने लगे हैं। अधिक बारिश होने पर कनीना के हालात और अधिक खराब हो सकते हैं। पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण पानी सडक़ पर खड़ा हो रहा है।  
फसल बिजाई करने में जुटे किसानों ने जताई खुशी
मॉनसून की अच्छी बारिश होने के बाद किसानों की ओर से खरीफ फसल बिजाई का कार्य शुरू कर दिया गया है। कपास व नरमें के बाद मूंग,बाजरा, गवार की बिजाई की जा रही है। खंड कृषि अधिकारी कार्यालय के एडीओ विकास यादव ने बताया कि कनीना खंड में करीब 33 हजार हैक्टेयर कृषि योज्य भूमि है जिसमें 6900 हैक्टेर भूमि में कपास तथा 98 हैक्टेयर रक्बे में मूंग की खेती गई है। इसके अलावा 26 हजार हैक्टेयार रक्बे में बाजरा व गवार बिजाई किया जा रहा है। प्री-मॉनसून की बारिश न होने पर फसल बिजाई का कार्य युद्व स्तर पर शुरू हो गया है। करीब 19 हजार हैक्टेयर भूमि में बाजरा तथा 6 हजार हैक्टेयर रक्बे में गवार बिजाई की संभावना है। उन्होंने बताया कि बारिश की संभावना बनी हुई है।  
नगरपालिका सचिव समयपाल सिंह ने कहा कि बरसात के पानी की निकासी के लिए नालों को दुरूस्त करवाया गया है। नपा की टीम जलभराव वाले प्वाईटों पर नजर रख रही है। पानी को नहीं ठहरने दिया जायेगा।
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कनीना-कनीना-महेंद्रगढ स्टेट हाईवे पर अटेली मोड के समीप जमा बारिश का पानी।

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