मध्य रात्री के समय हुई 61 एमएम बारिश का पानी आया सड़कों पर, नोतपा का असर कम

-गर्मी से मिली निजात,किसान जुटे खरीफ फसल की तैयारियों में
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | कनीना क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ एंव प्री-माॅनसून के चलते शनिवार मध्यरात्री को तेज आंधी के बीच हुई 61 एमएम बारिश का पानी सडक मार्गों पर जमा हो गया वहीं दूसरी ओर तेज आंधी के चलते बिजली के खंभे व पेड टूटकर गिरने से बिजली सप्लाई गुल हो गई। कनीना के वार्ड 7 में तेज बारिश व आंधी से बिजली का खंभा व सूखा पेड गिर गया जबकि अन्य गावों व सडक मार्गों पर पेड गिरने से यातायात व्यवस्था चरमरा गई। बारिश होने से रविवार से प्रारंभ हुए नोतपा का असर भी कम ही रहने की संभावना बन गई है। किसान खरीफ की फसल बिजाई की तैयारी में जुट गए हैं। उनके टेक्टर खेतों में जुताई कर रहे हैं। करीब दस वर्ष वर्ष बाद ज्येष्ठ माह में बाजरा बिजाई की संभावना है। ईधर बारिश का पानी जगह-जगह खडा होने पर नागरिकों को परेशानी का सामना करना पडा है। नगरपालिका व उपमंडल प्रशासन की ओर से समय रहते जल निकासी के उचित प्रबंध किए जा रहे हैं। नपा की ओर माॅनसून से पूर्व नाले एवं सीवरेज की सफाई करवाई सहित जोहड की छटांई का कार्य करवाया जा रहा है। प्रबुध नागरिकों ने कहा कि प्री-मॉनसून की बारिश होने के बाद गर्मी से कुछ हद तक निजात मिली है। रामपुरी रजबाहे से लेकर अटेली मोड, फिलिंग स्टेशन के समीप, कनीना बस स्टैंड, अस्पताल, बीडीपीओ कार्यालय, स्टेट वेयर हाउस, रेवाडी मोड, अटेली मोड, पशु अस्पताल, जोहड के समीप, सिटी थाना सहित अन्य स्थानों पर पानी जमा हो गया। बारिश होने के बाद कनीना क्षेत्र का न्यूनतम तापमान 27 तथा अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है।
उपमंडल कृषि अधिकारी डाॅ अजय यादव ने बताया कि कनीना खंड में करीब 33 हजार हैक्टेयर कृषि योज्य भूमि है जिसमें किसानों द्वारा कपास, नरमा, मूंग, बाजरा व गवार बिजाई की तैयारियां शुरू कर दी हैं। ज्येष्ठ माह में बिजाई किया जाने वाला बाजरा उन्नत पैदावार दे सकता है।
नगरपालिका कनीना के चेयरपर्सन डाॅ रिंपी लोढा ने कहा कि माॅनसून से पूर्व नालों की सफाई करवाकर दुरूस्त करवाया जा रहा है। जोहडों की पैमाईश करवाकर उनकी छटाई का कार्य शुरू किया गया है। बारिश के दौरान कनीना में जलभराव नहीं होने दिया जायेगा। माॅनसून के समय आमजन को परेशानी पेश नहीं आने दी जाएगी।