दिव्यागंजनो और बाल भवन के बच्चों को 200 कम्बल व गर्म स्वेटर वितरित किए
City24news/ब्यूरो
फरीदाबाद। स्पेशल एचीवर्स चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा मकर संक्राति के पावन अवसर पर सेक्टर-21सी के सामुदायिक भवन में लगभग 200 दिव्यांग जनो और बाल भवन के बच्चों को कंबल व गर्म स्वेटर वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पधारने पर मुख्यअतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ,अखिल भारतीय संपर्क टोली सदस्य श्री कृष्ण सिंघल का स्वागत फूलों का गुलदस्ता भेंट कर किया गया। इसके उपरांत सभी अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। इस मौके पर मुख्य अतिथि श्री कृष्ण सिंघल व उनकी धर्मपत्नी श्रीमति सुनीता सिंघल,स्पेशल एचीवर्स की फाऊडंर चेयरपर्सन माधवी हंस, ट्रस्टी पंकज हंस,ट्रस्टी टेकचन्द नन्द्राजोग(टोनी पहलवान),चुन्नीलाल चोपड़ा,सोनिका हंस,शालिनी कालरा,सतीश कालरा,कीर्ति राठौर,मनोरंजन तिवारी,शिवम पांडे,राजकुमार शर्मा,वेदप्रकाश शर्मा व सेक्टर-21सी प्रधान महेन्द्र शर्मा ने अपने हाथों से लगभग दिव्यांग जनो को कंबल व बाल भवन के गरीब बच्चों को गर्म स्वेटर वितरित किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता दिनेश छाबड़ा ने की और मंच संचालन रिजू व्याला द्वारा किया गया। इस अवसर हरियाणा व्हीलचेयर की टीम जिसने दिल्ली की टीम को हराया था उसे भी सम्मानित किया गया। इस मौके पर श्री कृष्ण सिंघल ने स्पेशल एचीवर्स की फाऊडंर चेयरपर्सन माधवी हंस की प्रंशसा करते हुए कहा कि माधवी हंस वाकई में पुण्य का काम कर रही है और जो आज की महिलाओं के लिए प्रेरणा है। उन्होनें कहा कि निशक्त जन समाज का महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसे समाज में उचित मान सम्मान दिलाने के लिए माधवी हंस पूरी मेहनत और ताकत से लगी हुई है। इस मौके पर चेयरपर्सन माधवी हंस,ट्रस्टी पंकज हंस व ट्रस्टी टेकचन्द नन्द्राजोग(टोनी पहलवान) ने संयुक्त रूप से कहा कि दिव्यांग लोगों की सहायता और मार्गदर्शन करने के उद्देश्य से स्पेशल अचीवर्स की स्थापना की गई है, यह दिव्यांग लोगों को उनकी जीवनशैली में सुधार लाने के लिए मार्गदर्शन के लिए एक स्वयं समूह के रूप में काम कर रहा है।, स्पेशल एचीवर्स को बनाने का उद्देश्य जहां दिव्यांग व्यक्तियों की सभी ज़रूरतें आसानी से पूरी हो सकें और उन्हें एक खुशहाल, स्वस्थ और सार्थक जीवन जीने में सक्षम बनाया जा सके और उनके सपनों को हासिल करने में सहायता की जा सके। कार्यक्रम के अंत में सभी को प्रसाद वितरित किया गया।