12 सूत्रीय मांगों को लेकर सीएम को ज्ञापन

-नगीना को नई विधानसभा सीट बनाने की मांग
-रेवाड़ी से नगीना वाया मथुरा के लिए हाइवे की मुहिम
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | विकास में भेदभाव का दंश झेल रहे नगीना उप तहसील को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रख्यात सामाजिक संगठन मेवात आरटीआई मंच ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन पत्र सौंपा है। इस 12 सूत्रीय मांग पत्र में मेवात इलाके की प्रमुख मांगों का उल्लेख है। इस पत्र में प्रमुसोमवार को ज्ञापन की प्रति नायब तहसीलदार नगीना को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नाम सौंपी गई है। नीति आयोग का सबसे पिछड़ा जिला नूंह भले ही कागजों में 20वें स्थान पर आ गया हो लेकिन असलियत में नगीना उप तहसील के 68 गांवों में इसका असर कहीं भी दिखाई नहीं देता है। यहां 32 साल पुरानी उप तहसील भी उपमंडल नहीं बनी है। नगीना कस्बा में मौजूद 16 मई 1960 में बनी पीएचसी में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की सुविधा नहीं मिल रही है। मेवात आरटीआई मंच के कार्यकारी अध्यक्ष सुबोध कुमार जैन ने बताया कि कांग्रेस के बाद भाजपा ने नगीना उप तहसील पर सबसे कम ध्यान दिया है। इसे इलाके की राजधानी कहते हैं लेकिन सुविधाएं नहीं हैं। इस बारे में मुख्यमंत्री के नाम उप तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है। सांठावाड़ी के सरपंच नसीम ने कहा कि 12 सूत्रीयों मांगों में सन 1993-94 बनीं नगीना उप तहसील को सबडिवीजन का दर्जा, मांड़ीखेड़ा जिला अस्पताल में ट्रामा सेंटर के लिए दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर मरोड़ा में कट, स्थगित नगीना तिजारा रोड को भगवान दिगंबर जैन के ऐतिहासिक तिजारा मंदिर तक बनाने, होडल से पुनहाना से पिनगवां वाया नगीना-तिजारा रोड को फोरलेन करने की मांग है। इसके अलावा गांव नांगल मुबारिकपुर की 180 एकड़ भूमि पर यूनिवर्सिटी, समांतर विकास के लिए नगीना उप तहसील को नया विधानसभा सीट, 8 अक्टूबर 2013 से कागजों में अपग्रेड नगीना सीएचसी को स्टाफ व भवन, नूंह जिले का नाम बदलकर नगीना करना, गांव कंसाली के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कंसाली का नाम बदलकर महान स्वतंत्रता सेनानी चौधरी मौजी खान कंसाली के नाम पर रखना, सत्र 2025-26 से राजकीय माध्यमिक विद्यालय चंदेनी गर्ल्स, आकेड़ा गर्ल्स, सुड़ाका, खोरी कलां, शिकारपुर, कंसाली, रीठट, गोहाना, बसई मेव, हिरवाड़ी, जेतलका में 12वीं की कक्षाएं लगाना। उन्होंने बताया कि सत्र 2025-26 से नूंह जिले के सभी स्कूल और कॉलेजों में वैकल्पिक तौर पर उर्दू विषय अनिवार्य पढ़ाना, क्योंकि मेवात की पृष्ठभूमि के बच्चे घरों में उर्दू भाषा सीख लेते हैं। वहीं, भारत माला योजना के अंतर्गत जिला रेवाड़ी के हाईवे को नगीना होते हुए भगवान श्रीकृष्णा की नगरी मथुरा वृंदावन से जोड़ना शामिल है।