हिन्दू संगठनों को देखते ही मीट की दुकानों के शटर धड़ाधड़ गिरे

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city24news@ऋषि भारद्वाज
पलवल | में वार्ड नंबर 28 मे उस समय हंगामा खड़ा हो गया। जब मंदिर के सामने खुली माँस की दुकानों को बंद करवाने के लिए हिंदू संगठन के सैकड़ो लोग इकट्ठे हो गए। हालात को देखते हुए मांस विक्रेता अपनी दुकानों को बंद कर इधर-उधर हो गए। आक्रोश से भरे हिंदू संगठन साफ तौर पर दुकान संचालकों को इन दुकानों को बंद करने के लिए कड़ी चेतावनी देते नजर आए। उनका कहना था जब नगर परिषद ने इनका स्थान निश्चित किया हुआ है। तो यह क्यों हमारी धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हैं।  पलवल में जिला प्रशासन के आदेशों को धत्ता  बताते हुए दर्जनों मीट की दुकान शहर में खुली हुई है।

नगर परिषद द्वारा रसूलपुर रोड पर निर्धारित स्थान पर दुकान देने के बाद भी शहर में जगह-जगह मीट की दुकान खुलने को लेकर न केवल आमजन बल्कि  हिंदू संगठनों में भी रोष व्याप्त है। ऐसे ही एक मामले में पलवल के वार्ड नंबर 28 में अहेरियाँन की चौपाल के निकट उस समय हंगामा खड़ा हो गया। जब मोहल्ले वाले और हिंदू संगठनों के सदस्य मंदिर के सामने मीट की दुकानों के प्रति रोष  प्रकट करने के लिए इकट्ठे होते नजर आए। जिसकी भनक लगते ही मीट विक्रेता आनंन -फानन में अपनी दुकानों को बंद करके वहां से रफू चक्कर हो गए। मौके पर खड़े लोगों ने आक्रोश प्रकट करते हुए कहा कि मंदिर से  केवल 20 फुट की दूरी में मीट की दुकानों को खोलना कहां न्याय संगत है। हालात यह बने है कि लोग नगर परिषद के आगे धरना देने सहित आगे की रणनीति तैयार कर किसी भी हालत में दुकान नहीं खोलने  देने की बात कहते नजर आए। मौके पर खड़े महेन्दर सिंह ने बताया की मंदिर से महज 20 फुट की दूरी पर मीट की दुकाने  खुली हुई है। उन्होंने बताया कुछ समय पहले नगर परिषद ने इन दुकानों को बंद भी करवाया था। लेकिन फिर भी  इन्होंने उन आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए फिर से दुकान खोल ली। यहां से स्कूल के लिए भी रास्ता जाता है। महिलाओं को आने-जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जबकि सामने मंदिर होने के कारण यहां पर किसी भी हालत में मीट की दुकान नहीं होनी चाहिए। वही हिंदू संगठन से जुड़े हरेंद्र पाल भाटी और कृष्णा ने बताया की दुकानों को बिल्कुल नहीं खोलने दिया जाएगा। इस मोहल्ले में यह केवल दो या तीन दुकान नहीं बल्कि 10-12 दुकान ऐसी है। जो मंदिरों के आसपास खुली हुई है। अगर इन्हें जल्द बंद नहीं किया गया। तो अगला कदम उठाया जाएगा। वार्ड के पार्षद ब्रिज मोहन से जब इस बारे में बात की गई। तो वह भी गोल-मोल बात करते नजर आए। उनका कहना था कि नगर परिषद में बात करेंगे की इन दुकानों को बंद करवाया जाए। वहीं दूसरी ओर उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर के नजदीक होने की वजह से यहां दुकान नहीं खुलनी चहिए। जबकि जनप्रतिनिधि के नाते उन्हें नगर परिषद से बात करने की बात नहीं कहनी   चाहिए। बल्कि इस पर जल्द कार्यवाही करवाने की बात कहनी चाहिए थी। बरहाल देखना यह होगा कि इन दुकानों को लेकर कहीं आगे कोई और नया विवाद में खड़ा न हो जाए।

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