स्व: जमीला बेगम के अच्छे कार्यों और उनकी सादगी को हमेशा याद किया जाएगा

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  • मरहूम चौo तय्यब हुसैन की पत्नी जमीला बेगम के निधन पर परिवार को सांत्वना देने वालों लगा रहा ताँता, कई राजनेता व प्रशासनिक अधिकारी भी पंहुचे
  • लगातार चौथे दिन चौधरी ज़ाकिर हुसैन के नूँह निवास पर राजनैतिक, प्रशासनिक अधिकारी, सामाजिक, धार्मिक, उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियाँ पंहुची 

city24news@अनिल मोहनियां
नूंह | बृहस्पतिवार को भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं हरियाणा वक्फ़ बोर्ड के प्रशासक चौधरी ज़ाकिर हुसैन पूर्व विधायक के नूँह निवास पर उनकी माताजी व पूर्व मंत्री व पूर्व सांसद मरहूम चौधरी तय्यब हुसैन की धर्मपत्नी स्व: श्रीमती जमीला बेगम के निधन के बाद उन्हें ख़िराज-ए-अकीदत (श्रद्धांजलि) पेश करने वालों का ताँता लगा रहा। पूरे दिन कई पार्टियों के राजनेता, प्रशासनिक अधिकारी, सामाजिक, धार्मिक व उद्योग जगत की की प्रमुख हस्तियों ने पंहुचकर स्व: जमीला बेगम को ख़िराज-ए-अकीदत पेश की। 

*बृहस्पतिवार को प्रमुख रूप से कौन-कौन पंहुचे:-*

पूर्व प्रदेशाध्यक्ष व आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता डाॅo अशोक तंवर, हरियाणा के पूर्व एडीजीपी अनिल राव रिटायर्ड आईपीएस, जिला उपायुक्त धीरेन्द्र खड़गटा, पुलिस अधीक्षक श्री नरेन्द्र कुमार बिजारनिया, जिलाध्यक्ष नरेन्द्र पटेल, पूर्व डिप्टी स्पीकर चौo आजाद मौहम्मद, शहाब खाँ पटवारी, चेयरमैन संजय मनौचा, हरीश शर्मा बाॅबी, वरिष्ठ समाजसेवी संजय गर्ग बिट्टू, मनोज कुमार मलाई, मनोज टीनू, मौलाना असरूद्दीन तेड़, मौलाना हनीफ, जगन सिंह पार्षद, चेयरमैन आमिल जुम्मा, ओमबीर कालियाका, श्रीपाल शर्मा, रमेश मानूवास, ज्ञानचंद आर्य, हाजी जाहिद यमुनानगर, समय सिंह, सरदार जसबीर सिंह मलिक, पार्षद योगेश तंवर, नरेन्द्र टोकस, अब्बास चेयरमैन बावला, यशपाल सिंह, शरीफ पूर्व सरपंच अड़बर, आसू पहलवान घासेड़ा आदि के अलावा सैंकड़ो गणमान्यों ने पंहुचकर मरहूमा जमीला बेगम को ख़िराज-ए-अकीदत पेश की। 

सभी प्रमुख लोगों ने भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी ज़ाकिर हुसैन को सांत्वना देते हुए कहा कि स्व: जमीला बेगम की सादगी, सरलता और उनके द्वारा गरीबों, मजलूमों व बेसहारा लोगों के लिए किए गए प्रयास सराहनीय हैं। वे अच्छे कार्य हमेशा याद किए जाएंगे। इतने बड़े घराने की बहुरानी होते हुए भी उनमें जो सादगी और भलाई थी, उन्हें कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। कि वे इस दुख की घड़ी में उनके साथ हैं। स्व: जमीला बैगम बहुत ही मिलनसार, सरल स्वभाव की धनी व जनसेवा करने वाली महिला थी। जमीला बैगम जैसी दयावान महिलाएँ सदियों में पैदा होती हैं। मेवात क्षेत्र को उनके जाने से बहुत बड़ी क्षति हुई है। आज पूरे ईलाके में शोक का माहौल है। उन्होंने अपने पूरे परिवार को पढा लिखाकर इस काबिल बनाया है कि आज पूरा परिवार मरहूम चौधरी तय्यब हुसैन के पदचिन्हों पर चलकर पूरे मेवात क्षेत्र चाहे वे हरियाणा हो या राजस्थान 36 बिरादरी के लोगों की सेवा कर रहा है। चौधरी ज़ाकिर हुसैन आज भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की सूची में हैं। 

 उल्लेखनीय है कि रविवार को मेदांता अस्पताल में स्व: जमीला का उपचार के दौरान देहांत हो गया था। वे लगभग 86 वर्ष की थी। उन्हें सोमवार को दोपहर करीब 3 बजे नूँह के यासीन मेव डिग्री काॅलेज में बने मजार में मरहूम चौधरी तय्यब हुसैन की कब्र के समीप दफनाया गया था। उनकी नमाज़-ए-जनाजा व तदफीन में हिंदुस्तान के कौने-कौने से सभी पार्टियों के राजनेता, समाजसेवी, उलेमा हज़रात व उद्योगपति आदि के अलावा हजारों लोग शामिल हुए थे।

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