राष्ट्रीय डोपिंग विरोधी एजेंसी (नाडा)की वेबिनार मीटिंग में सत्यवीर धनखड फरीदाबाद हुए शामिल।

City24news/नरवीर यादव
फरीदाबाद | वेबिनार सेमिनार में मुख्य रूप से डाक्टर वजीर सिंह फौगाट हाई परफोर्मेंस डायरेक्टर एथलेटिक्स स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया हैड आफिस नयी दिल्ली उपस्थित रहे।
राष्ट्रीय डोपिंग विरोधी एजेंसी (नाडा) भारत की सर्वोच्च डोपिंग विरोधी संगठन है, जिसकी स्थापना 2005 में भारत सरकार द्वारा डोप-मुक्त खेलों को बढ़ावा देने के लिए की गई थी। नाडा युवा मामले और खेल मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त निकाय के रूप में काम करती है और इसके मुख्य कार्य हैं,राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों में भाग लेने वाले एथलीटों के लिए प्रतियोगिता और प्रतियोगिता से बाहर परीक्षण करना है।
सत्यवीर धनखड फरीदाबाद मीडिया प्रभारी खेल ने जानकारी देते हुए बताया कि पूरे भारतवर्ष से सभी राष्ट्रीय खेल संघों के वरिष्ठ पदाधिकारियों और खेल प्रशिक्षकों ने वेबिनार मीटिंग में भाग लिया और अपने लम्बे खेल अनुभव को सांझा करते हुए अपने अपने विचार व्यक्त किए और कहा कि एथलीटों, प्रशिक्षकों और सहायक कर्मियों को डोपिंग के खतरों के बारे में शिक्षित करना और स्वच्छ खेल प्रथाओं को बढ़ावा देना ही इस सेमिनार का उद्देश्य है।
वेबिनार सेमिनार के माध्यम से चेताया गया कि डोपिंग उल्लंघनों की जांच करना और दोषी पाए गए एथलीटों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।
एथलीटों को वैध चिकित्सा कारणों से प्रतिबंधित पदार्थों का उपयोग करने की अनुमति प्रदान की जाएगी।
नाडा का प्राथमिक उद्देश्य एथलीटों के स्वास्थ्य की रक्षा करना और प्रदर्शन-बढ़ाने वाली दवाओं के उपयोग को रोककर निष्पक्ष खेल सुनिश्चित करना है। एजेंसी भारत में डोपिंग विरोधी नीतियों और नियमों को लागू करने के लिए विश्व डोपिंग विरोधी एजेंसी (WADA) जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर काम कर रही है।
नाडा अधिकारियों ने सेमिनार के माध्यम से बताया कि नाडा के द्वारा
करियर के अवसर
नाडा एंटी-डोपिंग ऑपरेशंस, अनुसंधान, शिक्षा और प्रशासन जैसे क्षेत्रों में विभिन्न नौकरी के अवसर भी प्रदान करती है एवं डोपिंग नियंत्रण एजेंसी में डोपिंग नियंत्रण अधिकारी,अनुसंधान वैज्ञानिक,शिक्षा अधिकारी एवं खेल अधिकारी शामिल हैं।