भारी बारिश से सब अस्त व्यस्त, आफ़ताब अहमद ने किया गांवों का निरीक्षण।


City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | लगातार बारिश के कारण नूंह जिले में जन जीवन प्रभावित होता नज़र आ रहा है, सैंकड़ों गांव जल मग्न हैं और किसान के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ती ही जा रही हैं। वहीं नूंह विधायक चौधरी आफताब अहमद ने मंगलवार को दर्जनों गांव मालब, निदामपुर, बिरसिका, आकेड़ा, दिहाना आदि का दौरा कर निरीक्षण किया और हालातों का जायजा लिया।
विधायक आफताब अहमद पहले खुद हालातों का जायजा लेने लोगों के बीच पहुंचे फिर अधिकारियों संग बैठक कर जल निकासी सुनिश्चित करने पर बात की फिर। इरिगेशन रेस्ट हाउस में हुई बैठक में एक्सईएन सिंचाई विभाग मुकुल कथूरिया, नगर परिषद अधिकारी और जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
विधायक ने अधिकारियों को कहा कि जल्द से जल्द प्राथमिकता पर जल भराव से समाधान के रास्ते अपनाए जाएं और लोगों को इस समस्या से राहत पहुंचाई जाए।
विधायक आफताब अहमद ने ग्रामीणों ने बताया कि फसल बर्बाद हो चुकी है और अगली फसल पर भी संकट के बादल छाए हुए हैं अगर समय पर पानी नहीं निकाला गया तो दोहरी मार झेलने को विवश होना पड़ेगा। किसानों ने बताया कि बीते साल भी यही समस्या झेलनी पड़ी थी और आज तक मुआवजा भी पूरी तरह से बंटा नहीं है।
विधायक आफताब अहमद ने किसानों को हिम्मत बंधाते हुए कहा कि जल निकासी सुनिश्चित करने के लिए वो खुद लगातार अधिकारियों से संपर्क में हैं और बीते दिनों मुख्यमंत्री, सिंचाई मंत्री, आला अधिकारियों संग बैठक कर इस मामले में बात कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि मुआवजा पूरी तरह न बंटने का मुद्दा विधानसभा में उठाया गया था और किसानों को उम्मीद करनी चाहिए कि जल्द पूरा मुआवजा बांटा जाएगा।
विधायक आफताब अहमद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार को क्षति पोर्टल के बजाय विशेष गिरदावरी कराकर इस बार मुआवजा किसानों को देना चाहिए ताकि उन्हें कुछ राहत मिल सके। विधायक ने बताया कि उन्होंने सभी जगह फॉगिंग करने के निर्देश दिए हैं ताकि बीमारियों को पनपने से रोका जा सके।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि स्कूलों में पानी भरने के पश्चात अवकाश घोषित करना चाहिए क्योंकि बच्चों की सुरक्षा के लिए घना पानी खतरा हो सकता है।
विधायक ने कहा कि प्रशासन ने अगर अपनी तैयारी बीते सालों से दुरुस्त की होती तो ये हालात देखने नहीं पड़ते।
बता दें कि इस बार हाल ही में मॉनसून सत्र में जिले में जल भराव का मुद्दा उठाया गया , इस विषय पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव सूचना संख्या 29 के द्वारा लाया गया। अत्यधिक वर्षा होने के कारण फसल का नुकसान हुआ उसके लिए मुआवजे की मांग की गई। बरसात से हुए हादसे में मारे गए लोगों के लिए मुआवजे की मांग रखी। जल निकासी के स्थाई समाधान का मुद्दा उठाया गया और ये सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि अगली फसल प्रभावित न हो।
विधायक आफताब अहमद ने बताया कि
सरकार ने माना है कि 62% अधिक वर्षा के कारण नूंह के 53 गांवों की 4105 एकड़ भूमि जलमग्न है।
विधानसभा में नूंह शहर से बरसती पानी की निकासी के लिए सरकार से उठाए गए कदमों की जानकारी भी मांगी।