बदलते परिवेश में जल संरक्षण में किसानों की अहम भूमिका : डॉ शिवसिंह रावत
city24news@रोबिन माथुर
हथीन | जल संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग विषय पर धानुका एग्रीटेक रिसर्च एवं टेक्नोलॉजी सेंटर सिहोल में किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ शिवसिंह पूर्व अधीक्षण अभियंता सिंचाई विभाग ने दीप प्रज्वलित करके किया। इस अवसर पर डॉ बीएस सहरावत बाग़वानी विभाग हरियाणा के पूर्व निदेशक एवं सलाहकार डीआरटी, सुंदर पाल ब्लाक तकनीकी प्रबंधक कृषि विभाग, प्रगतिशील किसान क्लब के अध्यक्ष बिजेन्द्र दलाल, केबीसी संस्था पलवल के विक्रम सोरौत सहित सैंकड़ों की संख्या में किसान उपस्थित थे। गोष्ठी में किसानों की आय बढ़ाने के लिए रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा हुई।
डॉ शिवसिंह रावत ने किसानों को जल संसाधनों के उचित उपयोग एवं जल संरक्षण के बारे में जागरूक किया। उन्होंने कहा कि जल का हमारे जीवन में विशेष महत्व है और जल के बिना जीवन संभव नहीं है। डॉ रावत ने बताया कि हरियाणा में 85 प्रतिशत पानी कृषि क्षेत्र में प्रयोग किया जाता है। किसान आज भी फलड सिंचाई से खेती कर रहे हैं जिससे पानी की बर्बादी सबसे ज़्यादा होती है। आज किसान को पानी बचाने के लिए जागरूक होने की ज़रूरतहै।
डॉ शिवसिंह रावत ने कृषि एवं जल क्षेत्र में हरियाणा सरकार की विभिन्न स्कीमों-सूक्ष्म सिंचाई योजना, अटल भूजल योजना, फसल विविधीकरण, मेरा पानी मेरी विरासत, जल जीवन मिशन के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि किसानों को सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली जैसे कि फव्वारा (स्प्रिंकलर) एवं टपका (ड्रिप) प्रणाली से सिंचाई करनी चाहिए जिससे पानी बचाया जा सके। अगर किसान ये प्रणालियाँ प्रयोग करते हैं तो जल संरक्षण में क्रांति आ सकती है। हरियाणा सरकार सूक्ष्म सिंचाई के लिए बहुत ज़्यादा सब्सिडी भी दे रही है। किसानों को इसका फ़ायदा उठाना चाहिए।
डॉ बीएस सहरावत ने कहा कि धानुका एग्रीटेक रिसर्च एवं टेक्नोलॉजी सेंटर द्वारा किसानों को आधुनिक तकनीक से खेती करने के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि किसानों की आय को दुगना किया जा सके। किसानों को परम्परागत खेती को छोड़कर आधुनिक तरीक़े से खेती करने पर ज़ोर देना चाहिए।जितेंद्र कुमार ने किसानों को मिट्टी की जाँच के बारे में जानकारी दी।डॉ मनोज कुमार ने खरपतवार प्रबंधन पर जानकारी सांझा की।बिजेन्द्र दलाल ने प्रगतिशील किसान क्लब की तरफ़ से आश्वासन दिया कि हमारे सभी किसान भाई गोष्ठी में बताए गए सुझावों पर अमल करेंगे। उन्होंने डॉ शिवसिंह रावत, डॉ बीएस सहरावत एवं धानुका सेंटर का धन्यवाद किया।