फसल बीमा के उचित मामलों का जल्द भुगतान करें बीमा कंपनियां – उपायुक्त अखिल पिलानी

– उपायुक्त ने फसल बीमा योजना से संबंधित लंबित मामलों की समीक्षा की
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | उपायुक्त अखिल पिलानी की अध्यक्षता में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारियों व फसल बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों की बैठक हुई, जिसमें किसानों के फसल बीमा योजना से संबंधित लंबित मामलों पर की जाने वाली कार्यवाही की समीक्षा की गई। बैठक में वर्ष 2023 से अब तक रबी व खरीफ सीजन की फसलों को हुए नुकसान से संबंधित लंबित आवेदनों की समीक्षा की गई।
उपायुक्त ने बैठक में निर्देश दिए कि जिन किसानों ने अपनी फसलों का बीमा करवाया हुआ है और उन्होंने अपनी फसलों के नुकसान की भरपाई के लिए आवेदन किया हुआ है, उन मामलों में फील्ड जांच रिपोर्ट व सर्वे रिपोर्ट के आधार पर मुआवजा राशि दी जाए। उचित मामलों में बीमा कंपनियां बिना वजह देरी न करें और किसानों को हुए वास्तविक नुकसान की भरपाई करना सुनिश्चित करें। इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने कहा कि अगर किसी मामले में किसान द्वारा फर्जी आवेदन या गलत दावा प्रस्तुत किया गया है, तो ऐसे मामलों की उचित जांच कर उन्हें निरस्त करें, लेकिन ऐसे मामलों की वजह से जायज आवेदनों को न रोका जाए।
कृषि विभाग के उपनिदेशक वीरेंद्र देव आर्य ने कहा कि आवेदन करते समय किसानों को फसल खराबे का उचित कारण देना चाहिए। खड़ी फसलों की स्थिति में सूखा, बाढ़, जलभराव, व्यापक कीट व रोग, तूफान व ओलावृष्टिï आदि शामिल हैं, जिसका आकलन फसल कटाई प्रयोग के माध्यम से किया जाएगा। फसल कटाई के बाद की हानि के स्थिति में ओलावृष्टिï, चक्रवाती वर्षा और बेमौसम बारिश के खतरे पर ही फसल बीमा का लाभ मिलता है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे अपना दावा प्रस्तुत करते समय यह वाजिब कारण ही लिखें, ताकि उन्हें मुवाअजा मिलने में आसानी हो। इस बैठक में जिला बागवानी अधिकारी अब्दुल रज्जाक, एसडीओ कृषि सतबीर सिंह, एसए अनिल कुमार, एएसए रजनी कटारिया व बीमा कंपनी के प्रतिनिधि उपस्थित थे।