पंच दिवसीय वेद कथा और गायत्री महायज्ञ में पूर्णाहुति हुई।
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | आर्य समाज मंदिर नूह में पंच दिवसीय वेद कथा और गायत्री महायज्ञ में पूर्णाहुति हुई। जिसमें वैदिक वक्त संगीता आर्या ने कहा वेद ईश्वरीय वाणी हैं। अग्नि, वायु, आदित्या, अंगिरा द्वारा वेद प्रकाशित हुए। ईश्वर, जीव, प्रकृति से पूरे ब्राह्मड की रचना हुई। जीव अपने कर्म के अनुसार अनेक योनियों में जाता हैं। उन्होंने बताया कि रामायण महाभारत में भगवान राम और योगिराज श्री कृष्ण का जीवन चरित्र है जिससे समाज में आदर्श स्थापित हुआ। आर्य समाज के प्रधान ज्ञानचंद आर्य ने कहा कि हमें उन पदार्थों का प्रयोग नहीं करना चाहिए जो बुद्धि को खराब करते हो। हमें जुआ, शराब, व्यभिचार, चोरी, मांसाहारी भोजन मनुष्य के पतन का कारण है। आचार्य राजेश ने कहा कि अच्छे पुरुषों की संगति मनुष्य को भवसागर से पार करती हैं। कीट पतंग भी पुष्प के संपर्क में आने से महापुरुषों के सिर पर विराजमान हो जाते हैं इसलिए हमें अच्छे पुरुषों की संगति करनी चाहिए। नित्य प्रतिदिन हवन संध्या करने से हम स्वर्ग के दरवाजे पर पहुंच जाते हैं।
नरेंद्र, नितिन सिंगला, सुनील गर्ग, मास्टर रजनीश, सौरव , रुचि, शशी माता,कुलवंत बघेल, प्रकाश सैनी, भवर ठेकेदार, कन्हैयालाल मिस्त्री, रामस्वरूप, जगमोहन, राधे श्याम, विशाल शर्मा आदि अन्य लोग मौजूद रहे।
