नेत्रदान से दृष्टिहीन के अँधेरे जीवन में रोशनी भर सकते हैं- महंत कामतादास
city24news@रोबिन माथुर
हथीन| हर इंसान चाहता है कि जीवन मे ऐसा कुछ करे कि मरने के बाद भी लोग उसे याद करे, ऐसा ही पुण्य का कार्य करके पलवल निवासी, मुकेश जैन अमर हो गये। उनकी इच्छा अनुसार उनकी पत्नी नीलम जैन पुत्रों अभिषेक व गौरव नें उनके नेत्र पलवल डोनर्स क्लब “ज्योतिपुँज” की मदद से नागरिक अस्पताल पलवल की नेत्रदान टीम को दान करवा दिये ।पलवल डोनर्स क्लब ” ज्योतिपुँज” के संयोजक आर्यवीर लायन विकास मित्तल ने बताया कि इस नेत्रदान में पलवल डोनर्स क्लब की सहसंयोजक अल्पना मित्तल, कपिल गर्ग, मानव गर्ग, निधि गर्ग, हेमन्त गुप्ता आदि का विशेष सहयोग रहा। गत दिवस पलवल स्थित पंचवटी धाम में नेत्रदाता परिवार को महामंडलेश्वर महंत कामता दास और महंत श्रषिदास ने सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर महंत कामता दास ने नेत्रदानी परिवार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि नेत्रदान महादान है। इससे बड़ा कोई दान नहीं है। हम इससे किसी दृष्टिहीन के अँधेरे जीवन में रोशनी भर सकते हैं। विकास मित्तल और अल्पना मित्तल ने भी नेत्रदानी परिवार का धन्यवाद करते हुए बताया कि गत दिनों नीलम जैन ने अपने पिता रमेशचंद गुप्ता का देहदान भी किया था। नेत्र दान में मृत्यु के बाद व्यक्ति के कॉर्निया को दान किया जाता है। जिसका उद्देश्य जरूरतमंद लोगों को उनकी दृष्टि वापस पाने में मदद करना है।इस अवसर पर परिवार के सदस्यों के अलावा अनेक गणमान्य व्यक्ति समाजसेवी घनश्याम गोयल, विक्रम वशिष्ठ, राजकुमार आदि सहित सैंकड़ो लोग मौजूद थे।