नूंह में कॉलेज का सामान तोड़कर रील बना रहे छात्र
-कॉलेज प्रिंसिपल बोले HOD को कार्रवाई के दिए निर्देश
City24News/अनिल मोहनिया
नूंह | नूंह जिले के मालब में स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रों को इन दिनों मेवाती गानों पर रील बनाने और उन्हें इंस्टाग्राम पर अपलोड करने का खुमार चढ़ा हुआ है। कॉलेज के छात्र वर्कशॉप में कॉलेज का सामान तोड़कर इंजीनियर बन रहे हैं। इंस्टाग्राम पर ऐसी एक नहीं बल्कि सैकड़ो रील अपलोड की गई है,जिनमें कॉलेज के अनुशासन की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। मामला जब मीडिया के माध्यम से कॉलेज प्रशासन के पास पहुंचा तो उक्त युवक ने रील को हटा दिया। फिलहाल कॉलेज प्राचार्य द्वारा HOD को कार्रवाई के निर्देश दिए गए है।
जानकारी के मुताबिक गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक मालब इंजीनियरिंग की विभिन्न शाखाओं में कई डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रदान करता है। गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक मलाब के पाठ्यक्रम अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) द्वारा मान्यता प्राप्त हैं।
गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक मालब पंचकुला स्थित हरियाणा राज्य तकनीकी शिक्षा बोर्ड से संबद्ध है। इस कॉलेज में सैकड़ों छात्र पढ़ाई करते है। पढ़ाई के साथ–साथ युवा कॉलेज में जमकर वीडियो भी बनाते हैं। हालांकि मेवात छात्र एकता संगठन ने इसका विरोध भी किया था,लेकिन उक्त युवकों ने छात्र संगठनों के साथ भी गाली गलौज की।
एक छात्रा ने इंस्टाग्राम पर TAURU_VINSE1 के नाम से आईडी बनाई हुई है। उक्त छात्र के अकाउंट पर कॉलेज व क्लासरूम की कई वीडियो अपलोड है। उनमें से एक वीडियो ऐसी भी है जिसमें पढ़ाई करते वक्त छात्र कुर्सियों,मेज़-बेंच और हथौड़ी सहित अन्य सामानों को तोड़ते हुए दिखाई दे रहे है।
वीडियो में दिख रहा है कि वर्कशॉप में कुछ युवक मेवाती गाने के ताल पर जमकर उत्पाद मचा रहे है। ये छात्र “अनपढ़ सु करा दी मेरी शादी_मोलू यूरिया की चाय बना दी” जैसे मेवाती गानों पर रील बना रहे है। इन छात्रों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया।
जिस क्लासरूम में पढ़ाई और अनुशासन की उम्मीद की जाती है, वही अब सोशल मीडिया कंटेंट का जोन बनते जा रहे हैं। पढ़ाई के समय छात्र का इस तरह का व्यवहार न केवल नियमों की अनदेखी है, बल्कि कॉलेज की गरिमा पर भी सवालिया निशान खड़े कर रहा है।
कॉलेज प्रबंधन की भूमिका को लेकर उठ रहा है बड़ा सवाल। न तो समय रहते इस पर रोक लगाई गई और न ही कोई सख्त चेतावनी दी गई। जिम्मेदार अधिकारी मानो सब कुछ देखकर भी अनदेखा कर रहे हों। यह केवल अनुशासनहीनता का मामला नहीं, बल्कि शैक्षणिक वातावरण के साथ खुला खिलवाड़ है। जिन कुर्सियों पर किताबें खुलनी चाहिए थीं, वही अब कैमरे और रील का सहारा बन चुकी हैं। मामला और भी गंभीर तब हो गया जब छात्र ने वर्कशॉप में जमकर तोड़फोड़ की।
वही मालब पॉलिटेक्निकल कॉलेज के प्रिंसिपल रहीश अहमद ने छात्रों द्वारा कॉलेज की कुर्सियां आदि सामान तोड़फोड़ करने का वीडियो वायरल होने के संबंध में कहा कि कॉलेज के कुछ बच्चों ने स्क्रैप यार्ड में जाकर टूटे-फूटे कंडम कुर्सियां इत्यादि समान को तोड़ते हुए की वीडियो व्यूज बढ़ाने के लिए रील बनाकर सोशल मीडिया पर डाली थी । जिस संबंध में बच्चों की पहचान करके उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
