नूंह के सरकारी अस्पताल के डॉक्टर गए हड़ताल पर
हड़ताल के चलते गरीब मरीजों को हुई काफी परेशानी
city24news@अनिल मोहनिया
नूंह | मेवात जिले में सरकारी डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर आज हड़ताल पर रहे। इतना ही नहीं सरकारी अस्पतालो में हड़ताल के चलते ओपीडी बंद रही। नूंह जिले के डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर जिले के डाक्टर सहित प्रदेश के सभी डॉक्टर हड़ताल पर हैं। जिसके चलते डाक्टरों ने पूरी तरह ओपीडी और इमरजेंसी बंद करने का निर्णय लिया गया है।
मेवात के सिविल सर्जन डॉ राजीव बातिश ने बताया कि डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर उन्होंने पहले ही सरकारी अस्पतालों में मरीजों की देखरेख सहित अन्य सभी व्यवस्थाओं को लेकर डॉक्टर का इंतजाम किया हुआ है।
सीएमओ ने कहा कि एनएचएम और नल्हड़ मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर से उन्होंने अनुरोध कर ऐसे डॉक्टर और स्टाफ का आज के लिए इंतजाम किया गया है जो मरीजों की देख भाल कर सके। इतना ही नहीं उन्होंने एक्सीडेंटल मरीज और पोस्टमार्टम करने के लिए मेडिकल कॉलेज में इंतजाम किए हुए हैं। सीएमओ ने कहा डॉक्टरों की मांग जायज है लेकिन मांगों को मंगवाने के लिए हड़ताल पर जाना सही नहीं है।
इन मांगों को लेकर डॉक्टर गए हड़ताल पर
डॉक्टर के लिए एक विशेषज्ञ कैडर का गठन।
एस एम ओ सीधी भर्ती पर रोक लगाई जाए।
पीजी के लिए बाँड राशि एक करोड़ से घटाकर 50 लाख किया जाए।
एसीपी जल्द से जल्द लागू किया जाए
शुक्रवार को सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस दौरान सरकारी अस्पताल में आए मरीजों ने बताया कि उन्हें डॉक्टरों की हड़ताल के बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं थी। अगर उन्हें हड़ताल के बारे में पहले जानकारी मिलती तो वे सरकारी अस्पताल में नहीं आते। इतना ही नहीं इस दौरान सरकारी अस्पताल में मरीज इधर से उधर भटकते नज़र आए।