निपुण हरियाणा मिशन को गति देने हेतु पुन्हाना में निपुण समाधान शिविर का आयोजन 24 को – डा. कुसुम मलिक 

0

-“परख आज, निपुण कल” अभियान के तहत होगा बच्चों का कम्पिटेंसी आधारित आकलन
City24News/सुनील दीक्षित

नूंह | निपुण हरियाणा मिशन के प्रभावी, लक्षित एवं परिणामोन्मुख क्रियान्वयन को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से खंड पुन्हाना में आगामी 24 दिसंबर को एक विशेष निपुण समाधान शिविर का आयोजन किया जाएगा। यह शिविर राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, पुन्हाना की प्राथमिक शाखा में आयोजित होगा। शिविर की अध्यक्षता एसडीएम पुनहाना आदित्य विक्रम सिंह करेंगे।

जिला एफएलएन कोऑर्डिनेटर डॉ. कुसुम मलिक ने बताया कि यह शिविर शिक्षा विभाग नूंह के जिला बुनियादी साक्षरता एवं संख्याज्ञान (एफएलएन) कार्यक्रम के अंतर्गत, निपुण हरियाणा मिशन की स्टीयरिंग कमेटी की सदस्य पीरामल फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि इस शिविर में खंड पुनहाना के पाँच चयनित विद्यालयों के विद्यार्थी भाग लेंगे। प्रत्येक विद्यालय से कक्षा 2 के पाँच एवं कक्षा 3 के पाँच विद्यार्थियों, कुल 50 विद्यार्थियों को शामिल किया गया है। इन बच्चों की पहचान सेंसस आकलन एवं सतत मूल्यांकन के आधार पर की गई है, जिन्हें लक्षित एवं फोकस्ड अकादमिक सहयोग की आवश्यकता है।

शिविर के अंतर्गत “परख आज, निपुण कल” अभियान के तहत कक्षा 2 एवं 3 के विद्यार्थियों का कम्पिटेंसी-आधारित विशेष आकलन किया जाएगा। यह आकलन पारंपरिक परीक्षा के स्थान पर एक डायग्नोस्टिक टूल के रूप में तैयार किया गया है, जिससे बच्चों की वास्तविक सीखने की कमियों की पहचान कर कस्टमाइज्ड रेमेडियल सपोर्ट, व्यक्तिगत लर्निंग पाथवे एवं स्पष्ट सुधार योजना बनाई जा सके।

शिविर के प्रमुख उद्देश्य

डॉ. कुसुम मलिक ने बताया कि इस शिविर के माध्यम से कक्षा 2 एवं 3 के विद्यार्थियों की बुनियादी साक्षरता एवं संख्याज्ञान से जुड़ी मूलभूत क्षमताओं का गहन, सटीक एवं तथ्य-आधारित आकलन किया जाएगा। सीखने में पिछड़ रहे बच्चों की स्पष्ट पहचान कर उनके लिए टार्गेटेड एवं समयबद्ध रेमेडियल प्लान तैयार किया जाएगा। साथ ही डेटा-आधारित निर्णय लेकर “हर बच्चा निपुण” के लक्ष्य को कक्षा स्तर तक सुनिश्चित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि यह पहल प्रशासन, शिक्षा विभाग एवं विकास सहयोगी संस्थाओं के बीच कन्वर्जेंस, अकाउंटेबिलिटी एवं ऑन-ग्राउंड कोऑर्डिनेशन को मजबूत करेगी तथा बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाते हुए लर्निंग आउटकम्स में त्वरित एवं सतत सुधार लाने में सहायक सिद्ध होगी।

निपुण समाधान शिविर को अब सतत प्रक्रिया के रूप में प्रत्येक सप्ताह आयोजित किया जाएगा, जिससे बच्चों की प्रगति की नियमित समीक्षा हो सके और रेमेडियल कार्यों का प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई दे। इसी क्रम में यह पहल नूंह खंड में भी एसडीएम नूंह अंकिता पुवार एवं सिटी मजिस्ट्रेट हिमांशु चौहान के नेतृत्व में दिसंबर माह में ही प्रारंभ की जाएगी।

इन शिविरों के माध्यम से अध्यापकों की स्पष्ट जिम्मेवारी तय की जाएगी, ताकि वे चिन्हित विद्यार्थियों की योजनाबद्ध तैयारी, नियमित अभ्यास एवं सतत फॉलो-अप सुनिश्चित कर सकें। इसका उद्देश्य केवल आकलन नहीं, बल्कि स्पष्ट जवाबदेही के साथ ठोस परिणाम प्रदर्शित करना है।

यह निपुण समाधान शिविर इस बात का सशक्त उदाहरण है कि जब लीडरशिप, डेटा, अकादमिक रणनीति एवं सामुदायिक सहयोग एक साथ आते हैं, तो शैक्षिक परिवर्तन नीति तक सीमित न रहकर कक्षा स्तर पर मापनीय एवं वास्तविक प्रभाव दिखाता है। नूंह जिला निरंतर यह संदेश दे रहा है कि एफएलएन अब केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक जन-आंदोलन है, और यह शिविर उसी दिशा में एक निर्णायक एवं स्केलेबल कदम है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *