धार्मिक एजेंडे की आड़ में अपनी नाकामियों को छिपा रही है बीजेपी : महाबीर मसानी
- भगवान राम किसी राजनीतिक दल के नहीं बल्कि संपूर्ण संसार की आस्था के प्रतीक हैं।
- दीपेंद्र हुड्डा साल में दूसरी बार रामलला के दर्शन करने गए, बीजेपी वाले सिर्फ राजनीति करते रहे।
city24news@निकिता माधोगड़िया
रेवाड़ी। कांग्रेस नेता महाबीर मसानी ने कहा कि भगवान राम किसी राजनीतिक पार्टी नहीं, बल्कि संपूर्ण संसार की आस्था के प्रतीक हैं। उनके नाम पर राजनीति करना धार्मिक मर्यादाओं का उल्लंघन है। हरियाणा की आस्था, संस्कृति और संबोधन में राम बसे हैं। हरियाणा में बच्चों को सबसे पहले हाय, हेल्लो या नमस्ते की बजाए राम-राम करना सिखाया जाता है। यहां किसान, मजदूर, व्यापारी हरेक काम की शुरुआत राम का नाम लेकर करते हैं।
उन्होंने कहा कि राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा साल में दूसरी बार रामलला के दर्शन करने अयोध्या गए, लेकिन बीजेपी वाले सिर्फ भगवान राम के नाम पर राजनीति करते रहे। उन्होंने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा मई 2023 में भी रामलला के दरबार में माथा टेकने गए थे और अब मकर संक्रांति के मौके पर उन्होंने भगवान राम के दर्शन किए। इस अवसर पर उन्होंने पवित्र सरयू नदी में स्नान किया और रामलला से देश व प्रदेश में शांति, उन्नति व भाईचारे की प्रार्थना की।
महाबीर मसानी ने कहा कि कांग्रेसजन ‘घर-घर कांग्रेस, हर घर कांग्रेस’ अभियान के जरिए पार्टी की नीतियों को लोगों तक पहुंचा रहे है। जनता आज हुड्डा साब के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार और मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली 10 साल की सरकार के कामों की तुलना कर रही हैं। कांग्रेस कार्यकाल में हुए कार्यों के मुकाबले बीजेपी-जेजेपी दूर-दूर तक कहीं नहीं ठहरती। इसीलिए बीजेपी अब सिर्फ धार्मिक एजेंडे की आड़ में अपनी नाकामियों को छिपा रही है।