जमीला बैगम को श्रद्धांजलि देने पंहुचे कई राज्यों के राजनेता व प्रमुख हस्तियाँ

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  • पूर्व मंत्री व सांसद रहे मरहूम चौo तय्यब हुसैन की पत्नी जमीला बैगम को हजारों लोगों ने नम आंखों से सुपुर्द-ए-खाक़ किया
  • भाजपा के वरिष्ठ नेता चौधरी ज़ाकिर हुसैन की माँ के नमाज़-ए-जनाजे में हुए हजारों लोग शामिल, उनके लिए की मग़फ़िरत की दुआएँ
  • करीब दोपहर 2 बजे उन्हें यासीन मेव डिग्री काॅलेज, नूँह में दफनाया गया 

city24news@अनिल मोहनियां

नूंह | सोमवार को करीब दोपहर 2 बजे तीन राज्यों में मंत्री रहे, पूर्व सांसद व मेवात के एकमात्र दिग्गज नेता मरहूम चौधरी तय्यब हुसैन की धर्मपत्नी व भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं हरियाणा वक्फ़ बोर्ड के प्रशासक चौधरी ज़ाकिर हुसैन पूर्व विधायक की माता श्रीमती जमीला बैगम को हजारों लोगों ने नम आंखों के साथ नूँह के यासीन मेव डिग्री कॉलेज में सुपुर्द-ए-खाक़ किया तथा उनके लिए मग़फ़िरत की दुआएँ की। उनकी नमाज-ए-जनाजा मुफ्ती जाहिद हुसैन नूँह ने अदा कराई। उनकी तदफीन (दफनाने) में सभी राजनैतिक दलों के नेता, समाजसेवी, उलेमा हज़रात, वकील साहिबान आदि ने शामिल होकर उन्हें ख़िराज-ए-अकीदत (श्रद्धांजलि) पेश की। स्व: जमीला बैगम के निधन से मेवात ईलाका ही नहीं बल्कि राजस्थान, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, मध्यप्रदेश आदि राज्यों में शौक का माहौल है। वे ऐसे घराने से ताल्लुक रखती हैं जिनकी पूरे देश में एक अलग ही पहचान है।   

उल्लेखनीय है कि श्रीमती जमीला बैगम का रविवार शाम को गुरूग्राम की मेदांता अस्पताल में ईलाज के दौरान इंतकाल (निधन) हो गया था। स्व: जमीला बैगम लगभग 90 वर्ष की थीं। कई दिन से वे मेदांता अस्पताल में एडमिट थी। उनका पूरा जीवन सादगी व सरलता से गुजरा। वे मेवात के एकमात्र वरिष्ठ नेता रहे मरहूम चौधरी तय्यब हुसैन की धर्मपत्नी थी। वे अपने पीछे दो पुत्र चौधरी ज़ाकिर हुसैन पूर्व विधायक, चौधरी फजल हुसैन व दो पुत्रियों श्रीमती जाहिदा खान पूर्व मंत्री, डाॅo आयशा खान को छोड़ गई हैं। उनके सबसे बड़े सुपुत्र चौधरी ज़ाकिर हुसैन तीन बार विधायक रह चुके हैं और वर्तमान में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शुमार होने के साथ-साथ हरियाणा वक्फ़ बोर्ड के प्रशासक भी हैं। उनकी छोटी सुपुत्री जाहिदा खान राजस्थान सरकार में एक बार मुख्य संसदीय सचिव और एक बार मंत्री रह चुकी हैं। 

   सोमवार को पूरे दिन यासीन मेव डिग्री काॅलेज में नमाज़-ए-जनाजा के वक्त तक लोगों का तांता लगा रहा। हजारों की संख्या में लोगों ने काॅलेज के प्रांगण में पंहुचकर उन्हें ख़िराज-ए-अकीदत पेश की। 

    उनके बड़े सुपुत्र पूर्व विधायक व हरियाणा वक्फ़ बोर्ड के प्रशासक चौधरी ज़ाकिर हुसैन ने कहा कि उनकी माँ ने अपना पूरा जीवन बड़ी सादगी, ईमानदारी व सरलता के साथ गुजारा है। वे हमेशा मजलूमों, जरूरतमंदों, बेसहारा लोगों की मदद करने में विश्वास करती थी। उन्होंने यही संस्कार अपने सभी बच्चों को दिए हैं।

चीफ़ ईमाम मौलाना उमेर अहमद इलियासी ने भी स्व: मौo यासीन खाँ,  चौधरी तय्यब हुसैन व स्व: जमीला बैगम की भी खुली तारीफ करते हुए कहा कि इनका परिवार का कर्ज मेवात के लोग पूरी जिंदगी नहीं उतार सकते। उन्होंने एक सदी से मेवात के लोगों के हकों की लड़ाई लड़ी है। जमीला भी बहुत ही मिलनसार और जरूरतमंद लोगों के लिए 24 घंटे तत्पर रहने वाली महिला थी।   

*कौन-कौन हुए प्रमुख रूप से शामिल:-* स्व: श्रीमती जमीला बैगम की तदफीन में प्रमुख रूप से चीफ़ ईमाम मौलाना उमेर अहमद इलियासी, पूर्व डिप्टी स्पीकर चौo आज़ाद मौo, पूर्व मंत्री चौo रहीश खान, विधायक आफताब अहमद, विधायक मामन खान इंजिनियर, विधायक प्रवीण डागर, पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल, जिलाध्यक्ष नरेन्द्र पटेल, सुरेन्द्र सिंह पिंटू उजीना, तय्यब हुसैन घासेड़िया, चौधरी ताहिर हुसैन एडवोकेट, फखरूद्दीन चंदेनी, आबिद हुसैन रेहना, जाहिद हुसैन पूर्व चेयरमैन, चेयरमैन संजय मनौचा, अर्जुन देव चावला, किशोर यादव,  हेमराज शर्मा आदि के अलावा हजारों गणमान्य मौजूद रहे।

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