ऑनलाइन कस्टमर केयर नम्बर सर्च करते समय रहें सावधान : डॉ अंशु सिंगला, एसपी
किसी भी प्रकार की साईबर धोखाधडी होने पर तुरन्त साईबर हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर कॉल करें
city24news@ऋषि भारद्वाज
पलवल | जिला पुलिस अधीक्षक पलवल डॉ अंशु सिंगला ने जानकारी देते हुए बताया कि आज की डिजिटल दुनिया में कम्पयुटर व मोबाईल के प्रयोग से कार्य करनें में तीव्रता आई है । आज के युग में तकनीक से घर बैठे कार्य करने में सुविधा व अन्य सुविधाएं मिली है परन्तु इसके साथ -2 कुछ साईबर क्रिमनल इसका फायदा उठाकर साईबर क्राईम को अंजाम देकर पैसों की धोखाधडी करते है । इस प्रकार के साईबर क्रिमनलों से खुद को बचानें के लिए जागरुकता ही आपको आपके साथ होनें धोखाधडी से बचा सकती है । इसलिए साईबर धोखाधडी से बचनें के लिए खुद को जागरुक रखें । साईबर क्रिमनल आपके फायदे के लिए बात करते हैं जिससे आप उनकी बातो में आकर उनके साथ अपनी निजी जानकारी व ओटीपी शेयर करते है और आपके साथ धोखाधडी हो जाती है इसलिए किसी भी अन्जान व्यकित के साथ किसी भी प्रकार की निजी जानकारी ओटीपी शेयर ना करें ना ही किसी लिंक इत्यादि पर क्लिक करें। इसके अलावा अगर कोई भी व्यक्ति आपको फोन के द्वारा आपके फायदे के लिए बात करता है तो इस प्रकार के व्यक्ति से सावधान होकर बात करें औऱ किसी भी प्रकार की निजी जानकारी या दस्तावेज इत्यादि उसके साथ साझां ना करें।
ऑनलाइन पैसो के लेन-देन करते समय रहे सावधान
इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए एस पी महोदया ने बताया कि आज खासकर ऑनलाइन एप (गुगल पे, फोन पे, पेटीएम) आदि के माध्यम से पैसे का लेन देन करते समय धोखाधडी होती है और सावधानी बरतकर इन एप का इस्तेमाल करें । क्योंकि आज कल साईबर क्रिमनल आपको फोन करके कहते है कि मैनें आपको आपके गुगल पें, फोन पें, पर पैसा ट्रांसफर कर दिया है जब आप (गुगल पे एप) को ओपन करके देखते है उसमें पैसे एक्सैपट से सम्बन्धित लिंक होता है । जिस पर आप क्लिक करते है और आप अपना पिन डालते है जिससे पैसें आपके खाते से कट जाते है । इस प्रकार के किसी भी लिंक पर क्लिक ना करें ना ही किसी व्यक्ति के द्वारा कहनें पर किसी भी प्रकार की रिमोटली एप (एन डैस्क, टीम व्युवर) इन्सटाल ना करें ।
ऑनलाइन कस्टमर केयर का नम्बर सर्च करते समय रहे सावधान :-
साईबर क्रिमनल अलग तरीके अपनाकर लोगों के साथ धोखाधडी करते है । ऐसें ही आप जब किसी भी संस्था या कम्पनी का नम्बर सीधा गुगल पर जाकर सर्च करते है और सामनें मौजूद मोबाईल नम्बर पर आप कॉल करते है जो किसी साईबर क्रिमनल के हो सकते है और वह आपके साथ आपके फायदे के लिए बात करेंगें और आपकी सहायता के लिए आपको भरोसा भी दिलवायेंगें । इसलिए सीधा गुगल पर न सर्च करके बल्कि कम्पनी या संस्था की वेबसाईट पर जाकर ही फोन नम्बर प्राप्त कर बातचीत करें । जब भी आप कस्टमर केयर पर बात करते है तो किसी भी भेजे गये लिंक इत्यादि पर क्लिक ना करें । इसके साथ ही कहा कि अगर आपके साथ किसी भी प्रकार की साईबर धोखाधडी होती है तो तुरन्त साईबर हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर कॉल करें और इसके साथ ही साईबर पोर्टल साईट (www.cybercrime.gov.in) पर अपनी शिकायत दर्ज करवाये इसके अलावा आप नजदीक पुलिस स्टेशन में जाकर बनें साईबर हेल्पडेस्क की मदद भी ले सकतें है ।