एटीएल कंपनी ने युवाओं को रोजगार नहीं दिया तो होगा आंदोलन : हाजी सोहराब खान

-सोमवार को उपायुक्त से मिलकर उठाएंगे क्षेत्र के युवाओं की मांग
-मेवात क्षेत्र में बेरोजगारी है सबसे बड़ी समस्या
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | शनिवार को नूंह विधानसभा से इनेलो नेता व गुड़गांव लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी हाजी सोहराब खान खेड़ी कंकर ने आईएमटी सोहना में अपने कार्यालय एक पत्रकार वार्ता की। इस मौके पर उन्होंने क्षेत्र के युवाओं की बेरोजगारी का मामला उठाते हुए कहा कि सोहना आईएमटी में एटीएल इंडिया के शुरू होने पर कहा की कंपनी में मेवात के युवाओं को रोजगार नहीं दिया जा रहा है। जोकि बहुत जनता का विषय है, इस मामले को लेकर वह सोमवार को उपयुक्त अखिल पिलानी से मुलाकात करेंगे। अगर मेवात के युवाओं को कंपनी में रोजगार नहीं दिया गया तो वह इसके गेट पर बैठकर ताला जड़ने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि जमीन हमारी जा रही है रोजगार दूसरे प्रदेशों के युवा ले रहे हैं, यह मेवात के लोगों के साथ पूरी तरह से नाइंसाफी है जिसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह मेवात क्षेत्र के साथ सरकार का सौतेला व्यवहार है। पहले यहां पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला मारुति कंपनी को खरखौदा लेकर गए उस टाइम मेवात के लोगों ने सब्र किया। लेकिन आज एक बार फिर से मेवात के लोगों को सरकार आईना दिखाने का कार्य कर रही है। हमारे नौ गांवों के किसानों की 1600 एकड़ जमीन सरकार ने अधिग्रहण की है अगर यहां के युवाओं को रोजगार नहीं मिलेगा तो हमारे युवा कहां जाएंगे। जमीन जाने पर पहले ही बहुत सारे लोग सड़कों पर आ चुके हैं। अगर सरकार मेवात के युवाओं को रोजगार नहीं देगी तो आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों के मुआवजे की मांग को लेकर भी सरकार ने धोखा किया। जिसको किसान मजबूरी में सहने को मजबूर है। आज सरकार मेवात के लोगों की परीक्षा लेने का काम कर रही है लेकिन उनका संयम अधिक समय तक नहीं रहेगा। इसलिए उन्होंने सरकार व प्रशासन से अपील की सोहना आईएमटी में मेवात के युवाओं को प्राथमिकता के साथ रोजगार देने का कार्य करें। उन्होंने नूंह जिला के क्षेत्रीय नेताओं पर आरोप लगाया कि यहां के नेता सिर्फ जनता से वोट बटोरने के लिए आते हैं। उसके बाद इन नेताओं का कोई अता पता नहीं रहता है। जिसका खामियाजा आजादी के 70 साल बाद भी मेवात की जनता भुगत रही है।
हाजी सोहराब खान ने कहा नौ गांवों की लगभग 1600 एकड़ जमीन सरकार ने 15 साल पहले एक्वायर की थी और यहां के लोगों से वादा किया था कि यहां पर जो कंपनियां बनाई जाएंगी उन सभी कंपनियों में मेवात के लोगों को नौकरियां देने का काम किया जाएगा। लेकिन नूंह जिले में लगभग करोड़ों रुपए की लागत से बनों एशिया की सबसे बड़ी कंपनी एटीएल अब शुरू हो गई है। लेकिन इसमें मेवात के युवाओं को रोजगार नहीं दिया जा रहा है।
शनिवार को प्रेस वार्ता कर कहा कि मेवात के युवाओं का जिस तरह से इस कंपनी द्वारा शोषण किया जा रहा है वह मेवात के लिए हानिकारक है। मेवात के युवाओं को इस कंपनी में नौकरी देने के नाम पर उन्हें मेवात से बाहर बुलाया जा रहा है और वहां पर उन्हें परेशान करने के साथ साथ उनसे सीधा नौकरी नहीं देने की बात की जा रही। एटीएल कंपनी द्वारा मेवात के चारों ओर कंपनी के 40 किलोमीटर एरिया तक रहने वाले लोगों को नौकरी नहीं देने की बात भी की जा रही है। जिससे कंपनी के खिलाफ मेवात के युवाओं में भारी रोष है। जहां किसान पिछले डेढ़ साल से अपने बचे मुआवजे को लेकर धरने पर बैठे हैं, वहीं वह भी किसानों के साथ इस धरने का समर्थन करते हैं और किसानों को उनका बचा हुआ मुआवजा देने की मांग करने के साथ-साथ उनसे लिए गए एफिडेविटों को भी रद्द करने की मांग करते हैं। वह अपने साथियों और मेवात के बुद्धिजीवी लोगों के साथ बैठक कर जल्द ही डीसी की मार्फत प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नाम ज्ञापन देकर मेवात के युवाओं को इस कंपनी में नौकरी देने की मांग की जाएगी। हाजी सोहराब खान ने कहा मेवात के साथ कांग्रेस और भाजपा सरकारों ने सौतेला व्यवहार करने का काम किया है। जब इस कंपनी का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, तब मेवात के लोगों को 75% नौकरी में आरक्षण देने की बात कहीं गई थी। लेकिन अब मेवात के युवाओं को इस कंपनी से रोजगार के नाम पर भगाया जा रहा है। जब मेवात के युवा यहां अपना ले इंटरव्यू देने जाते हैं या फिर यहां पर अपना बायोडाटा लेकर जाते हैं तो उन्हें गेट से यह कहकर भगा दिया जाता है कि एटीएल कंपनी में किसी भी मेवात के युवा को रोजगार नहीं कि दिया जाएगा।
फोटो कैप्शन :अपने कार्यालय पर प्रेसवार्ता करते हुए व
गुड़गांव लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी हाजी सोहराब खान